गुरुवार, 2 मई 2013

chronic cure through ayurveda













  • सर्दियों मे वात के रुक्ष गुण की अधिकता से शरीर मे रुखे गुण की अधिकता हो जाती है जिसके कारण बालॊ मे रुसी (Dandruff) और त्वचा का रुखापन अधिक ह...
  • कई बार साधारण जुकाम , अपथ्य पालन करने पर या चिकित्सा न करने पर दुष्ट पीनस या नजले का रुप प्राप्त कर लेता है ,बार-बार छींको का आना, अत्यधिक न...
  • मुख्य लक्षण--------सुजन सहित शरीर के जोडों मे दर्द ,भुख कम लगना, आलस्य, शरीर मे भारीपन,मंद ज्वर,कटि शूल, और भोजन का पूरी तरह से परिपाक न होन...
  • अर्श रोग एक बड़ा ही भयानक रोग होता है , मुख्या रूप से यह दो प्रकार का होता है , आंतरिक अर्श और बाहरी अर्श , आंतरिक अर्श को रक्तज अर्श भी ...
  • कमर दर्द आजकल एक सामान्य समस्या है , कमर दर्द के अनेक कारण होते है , यदि हम मोडरन सांईस के हिसाब से कारण बताएं तो अनेक कारण है । लेकिन आयुर्...
  • आज के आधुनिक युग मे नकली आहार विहार के कारण गर्भपात की समस्या दिनों दिन बड्ती जा रही है ,। महंगे से महंगे इलाज के बावजूद कुछ अवस्थाऒं मे गर्...
  • काकमाची या मको उत्तर भारत मे लग्भग हर जगह पायाजाता है । यह पौधा खुब हरा भराहोताहै । दैनिक चिकित्सा मे मै इसको भरपुर उपयोग मे लाता हूँ । लिवर...
  • जौ, कंगुनि,सावां, आदि धान्यों से बनी विविध प्रकार के भोज्य वस्तुएँ लाभ प्रद रहती है । जौ का दलिया या आटे की रोटी बना कर लेना चाहिये। लगातार ...
  • शीतल वायु के स्पर्श से कफ़ तथा वायु प्रकुपित होकर पित्त मे मिलकर बाहर त्वचा पर तथा आन्तरिक रक्त आदि धातुओं मे फ़ैलकर शीत पित्त रोग को उत्पन...
  • युँ तो बालोँ का उड़ना या सफेद होना अनुवाँशिक होता है लाकिन आधुनिक जीवन शैली से भी बालोँ की स्मस्याएँ पैदा होती है| सबसे पहले तो साबुन शैम्पु ...



 नजले का इलाज.
 पुराना नजला.
 चूने के गुण.
 बार बार हिचकी आना.
 बावासीर रोग.
 नजला.
 लिवर रोग ki ayurvedic medicine.
 यकृत.
 अम्ल पित्त.
 Nagarmotha पथरी.
 प्रसारिणी तेल.
 प्लीहा.
 एच आई वी और ऐड्स.
 extractum berberis.
 बावासीर का इलाज.
 मकोय.

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