| मडोना के पार्टी में आने पर लगी रोक | लंदन : चर्चा है कि पॉप सनसनी मडोना को उनकी बेटी लॉर्डेस ने न्यूयार्क के लिंकन सेंटर में संपन्न एक खास पार्टी में आने से रोक दिया था। डेली स्टार की खबर में कहा गया है कि 54 वर्षीय मडोना की बेटी को यह चिंता था कि अगर उनकी प्रख्यात मम्मी पार्टी में आ गईं तो पार्टी का स्वरूप ही बदल जाएगा। एक सूत्र ने बताया 'मडोना ने टिकट ले लिया था और वह अपने प्रेमी ब्राहिम जैबत को साथ लेकर जाने वाली थीं। लेकिन लॉर्डेस ने उनसे आग्रह किया कि वह न आएं क्योंकि वह नहीं चाहती थीं कि चर्चित मडोना के आने के बाद यह पार्टी खासी चर्चित हो जाए।' | Read More » एकता कपूर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज |
लखनऊ : फिल्म एवं धारावाहिक निर्मात्री तथा बालाजी मोशनपिक्चर्स की निदेशक एकता कपूर के खिलाफ उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया है। एकता कपूर पर यह मामला इलाहाबाद के जार्जटाऊन थाने में शहर के तुलारामबाग निवासी अनुपम शुक्ला ने दर्ज कराया है। भारतीय दंड संहिता की धारा 406 और 420 के तहत दर्ज मुकद्दमे में झूठ बोलकर धोखा देने का भी आरोप लगाया गया है। अनुपम का आरोप है कि फिल्म 'एक थी डायन' के प्रमोशन के लिए एकता ने उनकी कम्पनी मुंबर्स प्री एंड मीडिया वेंचर्स से करार किया था। करार की कुछ रकम देने के बाद एकता करीब 3 करोड़ रुपए देने से मुकर गई। | Read More » जहां बिग बी, शाहरुख को मिली शोहरत फिर सैफ क्यों पीछे! |
मुंबई : आज के दौर में जहां छोटा पर्दा कहीं बड़ा बन गया है वही बॉलीवुड के छोटे नवाब सैफ अली खान को अब भी इससे परहेज है। बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन, किंग खान शाहरुख, दबंग स्टार सलमान और मिस्टर परफेक्टनिस्ट आमिर खान जहां छोटे पर्दे को मनोरंजन का सशक्त माध्यम मानते हुये यहां काम कर रहे है वही छोटे नवाब छोटे पर्दे से अब भी दूरी बनाकर रखना चाहते है। सैफ अली ने कहा, वह टीवी पर अभिनय करना नही जानते है। सैफ ने कहा, टीवी पर कनटेंट की कमी है और यह गृहणियों के लिए बेहतर है। उन्होंने कहा युवाओ के लिए भी टीवी पर कुछ होना चाहिए। हालांकि उन्होंने कहा वह एक दर्शक के तौर पर टीवी जरूर देखते है और इसे इडियट बॉक्स कहना पसंद नही करते उन्होंने कहा मौका मिलने पर वह अमेरिकी और ब्रिट्रिश शो कभी-कभी देखना पसंद करते है। उल्लेखनीय है कि सैफ अली खान की मां शर्मिला टैगोर ने अभी हाल ही में एक संगीत पर आधारित रियालिटी शो धूम मचा दे में जज जबकि बहन सोहा अली खान ने खेलो जीतो जियो में होस्ट की भूमिका निभाई है। | Read More » आदित्य के 'ड्रामे' का क्या कहना | जी टीवी के रियलिटी शो ‘इंडियाज बेस्ट ड्रामेबाज’ के विनर बने हैं आदित्य सिंघल। आदित्य सिंघल का कहना है कि मुझे इस शो को जीत कर बहुत खुशी हुई है। आदित्य ने कहा इस शो में आने के लिए मुझे मेरी मम्मी पापा और मेरी दादी का बहुत स्पोर्ट मिला है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आदित्य इस समय अपने परिवार के साथ पुणे में रह रहा है। मूलत: वह राजस्थान के हैं। ‘इंडियाज बेस्ट ड्रामेबाज’ में अपनी परफॉर्मेंस में इतने व्यस्त होने के कारण आदित्य को अपनी सातवीं की क्लास का एक टर्म भी छोडऩा पड़ा। चाहे बाद में आदित्य ने बाकी टम्र्स में अच्छे माक्र्स भी प्राप्त कर लिए और इस शो को भी जीत लिया। इस रियलिटी शो में जज की भूमिका में मशहूर डायरेक्टर अनुराग बसु, सोनाली बेंद्रे और विवेक ओबेरॉय शामिल रहे। आदित्य का कहना था कि इस शो में मुझे अनुराग बसु जी ने भी बहुत स्पोर्ट किया है। | Read More » प्रियंका – लारा ने सिने कैरियर के पूरे किए 10 साल |
मुंबई : बालीवुड की देशी गर्ल और पूर्व मिस वर्ल्ड प्रियंका चोपड़ा और पूर्व मिस यूनीवर्स और जानी मानी अभिनेत्री लारा दत्ता ने अपने सिने करियर के दस वर्ष पूरे कर लिए है। प्रियंका चोपड़ा और लारा दत्ता ने अपने सिने कैरियर की शुरूआत वर्ष 2003 में प्रदर्सित फिल्म अंदाज से की थी। प्रेम त्रिकोण पर आधारित राज कंवर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में प्रियंका और लारा दत्ता अपनी हुस्न और अदाओ का जादू, बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार अक्षय पर चलाती नजर आयी थी। अंदाज 23 मई 2003 को प्रदर्शित हुई थी। नदीम श्रवण के सुमधुर संगीत से सजी अंदाज ने टिकट खिड़की पर जबरदस्त सफलता हासिल की थी। फिल्म में अपने दमदार अभिनय के प्रियंका और लारा दोनो को ही फिल्म फेयर का डेब्यू पुरस्कार मिला था। लारा दत्ता जहां टेनिस स्टार महेश भूपति के साथ शादी करने के बाद इन दिनो फिल्मों में कम काम कर रही है वहीं प्रियंका चोपड़ा आज भी बालीवुड की टाप अभिनेत्रियों में शामिल है। | Read More » दबंग सलमान के साथ रोमांस करेगी पूर्व मिस श्रीलंका जैकलीन |
मुंबई : पूर्व मिस श्रीलंका और बॉलीवुड की हॉट अभिनेत्री जैकलीन फर्नाडीज सिल्वर स्कीन पर अपनी अदाओ का जादू दंबग स्टार सलमान खान पर चलाती नजर आएगी। बॉलीवुड के जाने माने फिल्मकार साजिद नाडियाडवाला अपनी फिल्म किक के लिये कई दिनो से अभिनेत्री की तलाश कर रहे थे। बताया जाता है कि पूर्व मिस श्रीलंका जैकलीन फर्नाडीज को किक में दबंग स्टार सलमान के अपोजिट साइन कर लिया गया है। सलमान को लेकर जुड़वा, जीत, मुझसे शादी करोगी जैसी सुपरहिट फिल्म बना चुके साजिद किक से बतौर निर्देशक अपना डेब्यू करने जा रहे है। पहले यह फिल्म शिरीश कुंदुर निर्देशित करने वाले थे। किक में सलमान और जैकलीन के अलावा रणदीप हुड्डा, सुनील शेट्टी और परेश रावल की मुख्य भूमिका है। | Read More » उसूलों के लिए अपने प्यार को कुर्बान कर दिया : करूणानिधि | चेन्नई : परंपरागत रीति रिवाज की बजाय सम्मानजनक तरीके से शादी की वकालत करने वाले द्रमुक अध्यक्ष एम. करूणानिधि ने गुजरे जमाने की अपनी यादों में झांकते हुए बताया कि वह अपनी प्रेमिका से सिर्फ इसलिए विवाह नहीं कर पाए थे क्योंकि उसके माता पिता परंपरागत तरीके से शादी करना चाहते थे और करूणानिधि के सिद्धांत इसकी इजाजत नहीं देते थे। यहां एक विवाह समारोह में 89 वर्षीय करूणानिधि ने कहा कि उनकी प्रेमिका के अभिभावकों ने 1944 में उनसे पारंपरिक तरीके से शादी करने को कहा लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया। करूणानिधि ने कहा ''उन लोगों का कहना था कि वह मंत्रोच्चार और लड़की को मंगल सूत्र पहनाए बिना होने वाली शादी की इजाजत नहीं दे सकते, जबकि मैं आत्मसम्मान से की जाने वाली शादी के पक्ष में था।'' करूणानिधि ने बताया कि उन्होंने लड़की के माता पिता की शर्तों को मानने से इंकार कर दिया और इस प्रकार उस लड़की से विवाह नहीं कर पाए, जिससे वह प्रेम करते थे। उन्होंने बताया कि बाद में उन्होंने दयालु से विवाह किया और इस जोड़े के चार बच्चे हुए। उन्होंने बताया कि द्रविड़ विचारधारा के वयोवृद्ध विद्वानों ई वी रामसामी पेरियर और सी एन अन्नादुरई ने आत्म सम्मान के साथ विवाह पद्धति का समर्थन किया है और उनके जीवन में इससे किसी तरह की कोई समस्या नहीं हुई। | Read More » महेंद्र कर्मा से सलवा जुडूम का बदला लिया : माओवादी |
रायपुर।। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में कांग्रेस के काफिले पर हुए बर्बर हमले के तीन दिन बाद नक्सलियों ने इसकी जिम्मेदारी ली है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमिटी के प्रवक्ता गुड्सा उसेंडी की ओर से मीडिया को जारी बयान में कहा गया है कि ‘दमन की नीतियों’ को लागू करने के लिए संगठन ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को निशाने पर लिया है। इसके साथ ही हमले में कांग्रेस के छोटे कार्यकर्ताओं और गाड़ियों के ड्राइवरों व खलासियों के मारे जाने पर खेद भी जताया गया है। माओवादी संगठन की ओर से जारी चार पेज के प्रेस नोट में कहा गया है, ‘दमन की नीतियों को लागू करने में कांग्रेस और बीजेपी समान रूप से जिम्मेदार रही हैं और इसलिए संगठन ने कांग्रेस के बड़े नेताओं पर हमला किया।’ कांग्रेस के बड़े नेताओं को मारे जाने को सही ठहराते हुए गुड्सा उसेंडी ने कहा, ‘राज्य के गृहमंत्री रह चुके छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष नंदकुमार पटेल जनता पर दमनचक्र चलाने में आगे रहे थे। उन्हीं के समय में ही बस्तर इलाके में पहली बार अर्द्ध-सैनिक बलों की तैनाती की गई थी। यह भी किसी से छिपी हुई बात नहीं कि लंबे समय तक केंद्रीय मंत्रिमंडल में रहकर गृह विभाग समेत अनेक अहम मंत्रालयों को संभालने वाले विद्याचरण शुक्ल भी जनता के दुश्मन हैं, जिन्होंने साम्राज्यवादियों, दलाल पूंजीपति और जमींदारों के वफादार प्रतिनिधि के रूप में शोषणकारी नीतियों को बनाने और लागू करने में सक्रिय भागीदारी की।’ उसेंडी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और महेंद्र कर्मा के बीच तालमेल का उदाहरण सिर्फ इस बात से ही समझा जा सकता है कि मीडिया में कर्मा को रमन मंत्रिमंडल का 16वां मंत्री कहा जाने लगा था। सलवा जुडूम की चर्चा करते हुए उसने कहा, ‘बस्तर में जो तबाही मची, क्रूरता बरती गई, इतिहास में ऐसे उदाहरण कम ही मिलेंगे।’ उसका आरोप है कि कर्मा का परिवार भूस्वामी होने के साथ-साथ आदिवासियों का अमानवीय शोषक और उत्पीड़क रहा है। बयान में आरोप लगाया गया है कि सलवा जुडूम के दौरान सैकड़ों महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। उसेंडी का कहना है कि इस कार्रवाई के जरिए एक हजार से ज्यादा आदिवासियों की ओर से बदला लिया गया है, जिनकी सलवा जुडूम के गुंडों और सरकारी सशस्त्र बलों के हाथों हत्या हुई थी। हमले में कई गरीब और निचले स्तर के कार्यकर्ताओं की भी मौत हुई है। माओवादियों ने इन लोगों की हत्या पर खेद प्रकट किया है। | Read More » निर्देशक ऋतुपर्णो घोष की मौत से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर | मुंबई : बंगाली फिल्मों के मशूहर निर्देशक ऋतुपर्णो घोष का आज निधन हो गया है। खबर मिली है कि 49 साल की आयु में ऋतुपर्णो घोष को दिल का दौरा पडऩे से निधन हुआ है। खबर के अनुसार उनका सुबह 7.30 बजे निधन हुआ है। ऋतुपर्णो ने अतिंम सांस कोलकाता में ली। ऋतुपर्णो की मौत से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर फैल गई है। जानकारी मिली है कि सेक्स चेंज ऑपरेशन के बाद उनकी तबीयत खराब रहने लगी थी। परिजनों के अनुसार नींद में ही उनकी मौत हो गई थी। ऋतुपर्णो का जन्म कोलकाता में हुआ था। वह कोलकाता में ही पले-बढ़े और उन्होंने साउथ प्वाइंट हाई स्कूल से पढ़ाई की। ऋतुपर्णों घोष को उनका प्रोफैशन विरासत में मिला क्योंकि उनके पिता खुद भी डॉक्यूमेंट्री फिल्म मेकर थे। उनकी मां भी फिल्मों से जुड़ी हुई थीं। घोष ने अपने करियर की शुरुआत विज्ञापन फिल्मों से की थी। अपने 19 साल के फिल्मी करियर में उन्होंने 19 फिल्मों का निर्देशन, 3 फिल्मों में अभिनय किया। उन्हें 12 राष्ट्रीय पुरस्कारों सहित कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया। घोष की पहली फिल्म ‘हिरेर आंग्ती’ थी, जो उन्होंने बच्चों के लिए बनाई थी। उनकी ‘दाहन उस्ताब’, ‘चोखेर बाली’, ‘दोसोर’, ‘रेनकोट’, ‘द लास्ट लीयर’, ‘शोब चरित्रो’, ‘काल्पोनिक’ और ‘अबोहोमन’ को राष्ट्रीय पुरस्कार और आलोचकों की सराहना मिली। डायरेक्टर ऋतुपर्णो ने अभिनेत्री ऐश्वर्या राय और अभिनेता अजय देवगन के साथ फिल्म रेनकोट में किया था काम। उन्हें काम के लिए कई अवार्ड से नावाजा गया। दूसरी फिल्म चोखेर बाली के लिए ऐश्वर्या को बेस्ट अभिनेत्री का अवॉर्ड भी मिला था। आपको बता दें कि ऋतुपर्णो पहले ऐसे डायरेक्टर थे जिनकी फि़ल्म के लिए ऐश्वर्या ने अपनी सारी हदें पार कीं। फि़ल्म चोखेर बाली में ऐश के न सिर्फ टॉपलेस सीन्स थे, बल्कि लव-मेकिंग सीन्स भी थे। | Read More » भारत के 40 हजार सैनिक चीन को देंगे जवाब |
चंदन पवार (मुंबई)Email:chandanpawar.pits@gmail.com भारत – चीन सीमा पर माउंटेन स्ट्राइक कोर गठन के प्रस्ताव को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमिटी जल्द ही स्वीकृति दे सकती है ? 12 वीं योजना (2012-17) में स्ट्राइक कोर के गठन पर 62,000 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। चीनी के साथ लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर ऑपरेशनल गैप और आक्रामक क्षमता को बढ़ाने के लिए सेना ने माउंटेन स्ट्राइक कोर, दो इंडिपेंडेंट इन्फेंट्री ब्रिगेड्स और दो आर्मर्ड ब्रिगेड के गठन का प्रस्ताव दिया था। चीन की सेना के साथ बराबरी की बात हो या ढांचागत क्षमताओं के विकास की, भारत ने एक दशक पहले ही इस पर काम करना शुरू किया। अब, पेइचिंग से कदमताल करने के लिए भारत आक्रामकता के साथ आगे बढ़ रहा है। इस पूरी प्रक्रिया में 12वीं योजना के अंतर्गत 81,000 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। हालांकि, कुछ आंतरिक हिस्से जिसमें इंडिपेंडेंट ब्रिगेड्स भी शामिल हैं, इस पर 13वीं योजना में ही काम शुरू किया जा सकेगा। प्रस्तावित माउंटेन स्ट्राइक कोर में 40,000 से अधिक सैनिक होंगे और इसका हेडक्वॉर्टर पश्चिम बंगाल के पानागढ़ में होगा। ऐसा होने पर भारत को पहली बार तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में किसी भी तरह के चीनी हमले के खिलाफ आक्रामक प्रहार करने की शक्ति हासिल होगी। कोर के पास रैपिड ऐक्शन के लिए दो हाइ-ऐटिट्यूड डिविजन होंगी। भारत पहले से ही असम के लेखापानी और मिस्सामारी में इन्फेंट्री डिविजन बना चुका है। 2009-10 में इन्हें अरुणाचल प्रदेश की रक्षा हेतु निर्मित किया गया था। चीन की बढ़ती सैन्य ताकत और सीमा पर विकास योजनाओं को देखते हुए भारत लगातार अपनी मिसाइल और लड़ाकू क्षमता पर ध्यान दे रहा है। भारत की पहली माउंटेन स्ट्राइक कोर के गठन का प्रस्ताव बीते कुछ सालों से अधर में लटका था। वित्त मंत्रालय ने कुछ मुद्दों को लेकर इसकी फाइल को रक्षा मंत्रालय के पास वापस भेज दिया था। सूत्र ने बताया, कुछ दिन पहले वित्त मंत्रालय ने कुछ नए स्प्ष्टीकरण की मांग की। हलांकि यह औपचारिकता है। भारत जब चीन की बराबरी की हर संभव कोशिश कर रहा है, तो दूसरी तरफ पड़ोसी देश भी तेजी से मिलिटरी और बुनियादी क्षमताओं का विकास कर रहा है। चीन के पास भारतीय सीमा के सटे 5 पूरी तरह से ऑपरेशनल एयरबेस, एक व्यापक रेल नेटवर्क और 58 हजार किलोमीटर की सड़क है। ऐसी स्थिति में चीन अपनी 30 डिविजन (एक डिविजन में 15 हजार सिपाही) को सीमा पर पहुंचा सकता है, जो कि भारतीय सेना के संख्याबल के हिसाब से 3:1 होगा। | Read More » भारत – थाईलैंड समझौते से जिंगादा जैसे अपराधियों का जल्द प्रत्यर्पण संभव | प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जापान और थाईलैंड की पांच दिन की सरकारी यात्रा के बाद नई दिल्ली पहुंचे। प्रधानमंत्री ने थाइलैंड यात्रा के दौरान बहुप्रतीक्षित प्रत्यर्पण संधि पर हस्ताक्षर किए, जिसके जरिए दोनों पक्ष सजा की अवधि का एक हिस्सा पूरा कर चुके कैदियों की अदला-बदली कर सकते हैं। यह द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग को प्रोत्साहित करने वाला घटनाक्रम है। इस संधि से आतंकवाद, अंतरराष्ट्रीय अपराधों और आर्थिक अपराधों में शामिल भगोड़े लोगों के प्रत्यर्पण की मांग के संदर्भ में कानूनी ढांचा उपलब्ध मिलेगा। संधि के अनुसार समझौता करने वाले एक देश में सुनवाई अथवा सजा के कार्यान्वयन के लिए वांछित व्यक्ति अगर समझौता करने वाले दूसरे देश की सीमा में होगा तो उसे प्रत्यर्पित किया जाएगा। इससे दोनों देशों को भगोड़ों के तेजी से प्रत्यर्पित करने में मदद मिलेगी। इससे अब उन लोगों को भी भारत लाया जा सकेगा जिनके खिलाफ सुनवाई चल रही है। दोनों देशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों के संबंधों को भी मजबूती मिलेगी क्योंकि इसमें उनके द्विपक्षीय सहयोग के लिए कानूनी आधार मुहैया कराया गया है। गौरतलब है कि दूसरे प्रतिबंधित संगठनों के लोगों के लिए थाईलैंड शरण लेने के लिए लंबे समय से सुरक्षित स्थान रहा है। भारत दाऊद के साथ मुन्ना जिंगादा के जल्द प्रत्यर्पण की मांग करता रहा है। जिंगादा की तलाश मुंबई पुलिस को लंबे समय से है। वह कई मामलों में वांछित है। फिलहाल वह अंडरवर्ल्ड अपराधी छोटा राजन पर गोली चलाने के सिलसिले में पिछले बारह साल से यहां की जेल में बंद है। मुंबई के कई अपराधों के सिलसिले में वो वांटेड है। उस पर भारत और पाकिस्तान दोनों दावा कर रहे हैं। साल 2001 में जिंगादा ने दाऊद के दाहिना हाथ माने जानेवाले छोटा शकील के कहने पर छोटा राजन पर हमला किया था। इस हमले में राजन घायल हो गया था, लेकिन प्रत्यर्पण से बचने के लिए अस्पताल से भाग गया। भारत सरकार इस बारे में थाईलैंड सरकार को जरूरी जानकारियां उपलब्ध कराकर इसके प्रत्यर्पण की मांग कर चुकी है। अब प्रत्यर्पण संधि हो जाने के बाद जिंगाडा को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है। नगा उग्रवादी संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल फॉर नगालिम (इसाक-मुइवा) भी चिंयांग माइ में अपना एक कार्यालय संचालित कर रहा है। उल्फा के नेता भी थाईलैंड को सुरक्षित स्थली के तौर पर इस्तेमाल करते रहे हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनकी थाई समकक्ष यिंगलक शिनावात्रा के बीच सात समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इन समझौतों से दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ेगा। इससे आर्थिक सहयोग, विज्ञान-तकनीकी, शैक्षिक, सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा, अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग, सूचना तकनीक और भौगोलिक सहयोग को बढ़ावा, भारतीय भाषाओं की थाइलैंड में पढ़ाई आदि शामिल है। भारत की वित्तीय खुफिया इकाई और थाइलैंड के धन शोधन निरोधक संगठन के बीच, धन शोधन व आतंकवाद के वित्त पोषण से जुड़ी खुफिया जानकारी के आदान-प्रदान में सहयोग करने के लिए एक सहमति पत्र पर भी हस्ताक्षर किए गए। काले धन को सफेद करने और आंतकवाद को आर्थिक मदद देने जैसी गतिविधियों की सूचना एक-दूसरे को देने के लिए भारत की वित्तीय खुफिया इकाई और थाईलैंड के एंटी मनी लांडरिंग आर्गनाइजेशन के बीच सहमति पत्र पर भी हस्ताक्षर हुए। इस संधि क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए दोनों देश समुद्री रास्तों की सुरक्षा को बढ़ावा देंगे। साथ ही हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित किया जाएगा। दोनों पक्ष समुद्री लूट विरोधी सहयोग को बढ़ाने के साथ समुद्री इलाकों एवं तटरक्षक बलों के बीच सहयोग को बढ़ावा देंगे। इस अवसर पर दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार की प्रगति पर संतोष जताया। उल्लेखनीय है कि दोनों देशों के बीच व्यापार में वार्षिक 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो रही है। दोनों देशों के बीच व्यापार 2012-13 में बढ़ कर 9.2 अरब डॉलर तक पहुंच गया है 8.6 अरब डॉलर को पार कर गया। द्विपक्षीय क्षेत्रीय बातचीत के वैश्विक मुद्दों पर चर्चा में डाक्टर मनमोहन सिंह और यीन लक्ष छिनवात्रा ने संतुलित मुक्त व्यापार समझौते को प्राथमिकता पर भी अपनी सहमति जताई। इस दिशा में सामाजिक सुरक्षा समझौते समेत एक सकल ढाचे को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा ताकि मजदूरों की आवा-जाही बढ़ सके। दोनों देश बहुदेशीय और बड़े बुनियादी परियोजनाओं में निजी निवेश भी बढ़ाएंगे। इस संदर्भ में भारत-म्यामां-थाईलैंड उच्च मार्ग परियोजना और आर्थिक विशेष क्षेत्र शामिल है। व्यापार और निवेश बढ़ाने के अनुकूल दौर के लिए दोनों ही देशों के प्रशिक्षित उद्यमियों को त्वरित, व्यापारित वीजा सेवा दी जाएगी। | Read More » स्पॉट फिक्सिंग : विंदू दारा सिंह सिर्फ एक ऐक्टर या बुकी ही नहीं, सेक्स रैकेट से भी जुड़ा हुआ था – मुंबई क्राइम ब्रांच |
मुंबई : विंदू दारा सिंह सिर्फ एक ऐक्टर या बुकी ही नहीं, सेक्स रैकेट से भी जुड़ा हुआ था। मुंबई क्राइम ब्रांच सूत्रों का दावा है कि किसी क्रिकेटर या अंपायर को खुश करने के लिए वह जिन मॉडल्स को अलग-अलग होटलों में भेजता था, उसके लिए वह हर मॉडल को एक रात के लिए एक लाख रुपये देता था। ऐसी ही दो मॉडल्स के सीसीटीवी फुटेज मुंबई क्राइम ब्रांच के हाथ लगे है। ये फुटेज जुहू के नोवेटेल होटल के हैं, जहां विंदू का खास दोस्त बुकी पवन जयपुर ठहरा हुआ था। विंदू ने पवन और उसके भाई संजय को अपनी गिरफ्तारी से ठीक एक दिन पहले दुबई भगा दिया था। क्राइम ब्रांच सूत्रों का कहना है कि संजय अपने भाई पवन के साथ नहीं, बल्कि जुहू के दूसरे होटल ऑकवुड में ठहरा था। मुंबई क्राइम ब्रांच को अभी इस बात के सुराग या सबूत नहीं मिले हैं कि क्या संजय को भी मुंबई प्रवास के दौरान ऑकवुड होटल में मॉडल्स भेजी गई थीं। क्राइम ब्रांच सूत्रों का कहना है कि दोनों मॉडल्स उड़ीसा और हैदराबाद की मूल निवासी हैं, पर मुंबई में लोखंडवाला कॉम्पलेक्स में रहती हैं। क्राइम ब्रांच ने दोनो मॉडल्स से पूछताछ की है, पर क्रिकेट बेटिंग में उनका नाम अभी तक सामने नहीं आया है। विंदू पाकिस्तानी अंपायर असद रऊफ को भी उनके मुंबई प्रवास के दौरान मॉडल्स भिजवाता था, लेकिन अभी यह बात साफ नहीं हुई है कि क्या रऊफ को भेजी मॉडल्स वही हैं, जो पवन जयपुर को भेजी गई थीं। विंदू सिंह पवन और संजय जयपुर के मार्फत असद रऊफ के संपर्क में आया था। मुंबई क्राइम ब्रांच सूत्रों का दावा है कि भारत में रहने के दौरान पवन और संजय अंपायर रऊफ को इंडियन सिम कार्ड देते थे। मुंबई क्राइम ब्रांच ने इन सिम कार्ड के जो प्रिंटआउट्स निकाले हैं, उनमें कई पाकिस्तानी नंबर मिले हैं, पर अभी यह बात साफ नहीं हुई है कि क्या ये नंबर रऊफ के पाकिस्तानी रिश्तेदारों के हैं या पाकिस्तानी बुकीज के। क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के अनुसार, ऐसा संभव ही नहीं कि जो पाकिस्तानी अंपायर इंडियन बुकीज के संपर्क में था, वह पाकिस्तान बुकीज के संपर्क में न हो। यह बात इसलिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि रमेश व्यास नाम का वह बुकी इंडियन और पाकिस्तानी बुकीज को मोबाइल कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लाइन कनेक्ट करके देता था, जो 14 मई को मुंबई में सबसे पहले पकड़ा गया। पाकिस्तानी बुकीज रमेश व्यास को निश्चित तौर पर किसी मिडिल मैन के जरिए जानते होंगे। संभव है कि यह मिडिल मैन असद रऊफ ही हों। रऊफ 21 मई को दिल्ली से दुबई की फ्लाइट पकड़कर भाग गए। बाद में वह दुबई से पाकिस्तान चले गए। क्राइम ब्रांच आनेवाले दिनों में असद रऊफ को केंद्र सरकार के मार्फत समन भेजने वाली है। अब तक की छानबीन में पता चला है कि पाकिस्तानी बुकीज इंडिया में रमेश व्यास की लाइन इस्तेमाल जरूरकरते थे, लेकिन रमेश पाकिस्तान बुकीज की कॉल रिसीव नहीं करता था, बल्कि उन्हें पुणे में तीन बुकीज दिवेशशर्मा, किशोर पवलानी व केशू पुणे को ट्रांसफर करता था। फिर इन तीन बुकीज के जरिए ये लाइन जुपिटर,टिंकू, पवन जयपुर, संजय जयपुर व कुछ अन्य बुकीज को ट्रांसफर होती थीं। मुंबई क्राइम ब्रांच ने रविवार कोदिवेश शर्मा व किशोर पवलानी को गिरफ्तार कर लिया है, पर केशू पुणे 24 मई को यूरोप की टिकट लेकर फरारहो गया। क्राइम ब्रांच सूत्रों को पता चला है कि केशू उस अश्विन अग्रवाल उर्फ टिंकू नामक बुकी का करीबी है,जिसे दिल्ली पुलिस ने 15 मई की रात मुंबई में श्रीशांत व अन्य छह आरोपियों के साथ गिरफ्तार किया था। मुंबई क्राइम ब्रांच चैन्ने के एक होटेल मालिक विक्रम अग्रवाल उर्फ विक्टर को भी समन भेज रही है। विक्टर चेन्नैसुपर किंग्स के गुरुनाथ मयप्पन का 15 साल पुराना दोस्त है। गुरुनाथ ने फिर उसका परिचय विंदू से कराया था।विंदू के जरिए वह फिर जुपिटर नामक बुकी के संपर्क में आया। मुंबई क्राइम ब्रांच सूत्रों का कहना है कि विक्टर केकॉल रिकॉर्ड्स से पता चला है कि वह रोज नहीं, बल्कि तीन-तीन या आठ-आठ दिन बाद अपने इन सारे साथियोंको फोन करता था या रिसीव करता था, इसलिए संभव है कि यह बात बिजनेस के सिलसिले में ज्यादा हो, बेटिंगया फिक्सिंग के संबंध में कम। अभी तक की छानबीन में क्राइम ब्रांच विक्टर को आरोपी नहीं, बल्कि विटनेसबनाने के मूड में है। मुंबई क्राइम ब्रांच ने पिछले दो दिनों में गुरुनाथ के चेन्नै स्थित ठिकानों में रेड डाली और उनके चार में से तीनमोबाइल जब्त कर लिए। इनमें से एक यॉट से मिला है। क्राइम ब्रांच अब फॉरेसिंक एक्सपर्ट के जरिए इनमोबाइल से डिलीट किए गए उन एसएमएस का रिकॉर्ड निकलवा रही है, जिनके बारे में माना जा रहा है किगुरुनाथ ने विंदू व अन्य सटोरियों को किए होंगे। इन एसएमएस से यह भी पता चलेगा कि क्या गुरुनाथ ने चेन्नैसुपर किंग के कुछ क्रिकेटरों को भी मैच की रणनीति बताने के बारे में एसएमएस किया था? यदि हां, तो क्याक्रिकेटरों ने गुरुनाथ को जवाबी एसएमएस किया था और क्या फिर गुरुनाथ ने क्रिकेटरों के इन जवाबी एसएमएसको विंदू या किसी बुकी को फॉरवर्ड किया था। मुंबई क्राइम ब्रांच चीफ हिमांशु राय ने इस बारे में कुछ नहींबताया, पर इतना जरूर कहा कि हमें गुरुनाथ के पास से कुछ डायरियां मिली हैं, जिसमें सिर्फ चेन्नै सुपर किंग्स केकुछ क्रिकेटरों के ही नहीं, अन्य क्रिकेटरों के भी नाम हैं। गुरुनाथ के पास से क्राइम ब्रांच को खिलाड़ियों कीनीलामी से भी जुड़े महत्वपूर्ण पेपर मिले हैं। साथ ही गुरुनाथ के विजिटिंग कार्ड भी, जिसमें यह साबित होता हैकि वह इंडिया सीमेंट से ही नहीं, चेन्नै सुपरकिंग से भी जुड़े हुए हैं। क्राइम ब्रांच सूत्रों का कहना है कि पवन और संजय जयपुर नामक बुकीज ने अभिनेता विंदू से मुंबई इंडियंस केस्पिनर हरभजन सिंह से दोस्ती बढ़ाने की कोशिश करने को कहा था। विंदू ने हरभजन को फोन भी किया था,लेकिन यह कॉल कुछ ऐसी थी, जो ऐक्टर या क्रिकेटर के बीच दोस्ताना होती है। हरभजन ने विंदू को शायद कोईभाव ही नहीं दिया, इसलिए विंदू शायद बेटिंग को लेकर हरभजन से बात करने की हिम्मत नहीं कर पाया। | Read More » हेल्थ टिप्स – वजन घटाना है तो… |
अधिक नींद की जरूरत यदि आप अच्छी तरह सोती नहीं तो शरीर की हार्मोनल धुरी सही ढंग से काम नहीं करती। इससे आपकी चयापचय प्रणाली पर असर पड़ता है और परिणामस्वरूप वजन बढऩे लगता है। डाक्टरों का कहना है कि यदि आप अच्छी नींद नहीं ले रही हों तो आपका शरीर सामान्य रूप से भोजन को पचाता नहीं है। इसके साथ ही अनिद्रा से पीड़ित लोग रात भर स्नैक्स या कॉफी का सेवन करते रहते हैं जिससे समस्या और बदतर हो जाती है। समाधान : सही समय पर सोना और जागना आपकी रूटीन होनी चाहिए। सप्ताहांत पर भी इसका पालन करें। दोपहर 4 बजे के बाद कैफीन का सेवन बंद कर दें। अपने बैडरूम में आई फोन या टी.वी. देखने से बचें। इसकी बजाय आप सोने से पहले थोड़ा पढ़ सकती हैं। अवसाद की समस्या यहां समस्या दो तरह की है। अधिकतर लोगों का भोजन के साथ एक भावनात्मक संबंध होता है इसलिए जब वह अवसाद में होते हैं तो वे अधिक खाते हैं। इसके साथ ही एंटीडिप्रैसैंट्स दवाएं भी भूख को बढ़ाती हैं। जब लोग दवा खाकर खुश होते हैं तो वे दवाइयों का धन्यवाद करते हैं और अधिक खाने लगते हैं। समाधान : महत्वपूर्ण बात यह है कि भूख के बढऩे को गलत खाद्यों के सेवन के बहाने के तौर पर इस्तेमाल न करें। इसकी बजाय इस बात को यकीनी बनाएं कि हमेशा स्वास्थ्यर्वधक स्नैक्स जैसे फलों तथा मेवों का सेवन किया जाए। यदि आपको लगे कि आपकी दवा आपके वजन बढऩे का कारण है तो अपने डाक्टर से मिलें जो आपको इसका विकल्प सुझा सके। जब आप तनाव में हों जब एड्रेनालीन (स्ट्रैस हार्मोन) काम करता है तो शरीर अधिक कोर्टीसोल पैदा करता है जिसके कारण भूख लगती है। जब आप तनाव में होती हैं तो आप अस्वस्थकर तैयार खाद्यों, हाई कैलोरीज स्नैक्स या एल्कोहल का सेवन करने लगती हैं। इसके साथ ही तनाव के कारण आपको सुस्ती महसूस होती है। ये सभी कारक वजन बढऩे में सहायता करते हैं। समाधान : तनाव की अवस्था में भी नियमित तौर पर स्वास्थ्यवर्धक भोजन करें। जो लोग कार्यस्थल पर तनाव में रहते हैं वे सप्ताहांत में बिस्तर पर लेटे रहना अधिक पसंद करते हैं परन्तु इससे स्थिति और बिगड़ जाती है। जब आप उठने के आधे घंटे के बाद कुछ खा लेते हैं तो आपका शरीर फास्टिंग मोड में चला जाएगा और यदि आप नहीं खाते तो पिछले भोजन को यह स्टोर कर लेगा। थाइरॉयड का दोष हाइपोथाइरॉयडिकम या एक कम सक्रिय थाइरॉयड चयापचय प्रणाली को धीमा कर देता है। अधिकतर लोगों में वजन तभी बढ़ता है जब थाइरॉयड की जांच नहीं हो पाती। उपचार के साथ हार्मोन्स में संतुलन आता है और वजन जल्दी ही सामान्य हो जाता है। समाधान : हाइपोथॉइरायडिकम के लक्षणों में थकावट, कब्ज, दर्द, रूखी त्वचा, बेजान बाल तथा ठंडी लगना आदि शामिल हैं। यदि इनमें से कोई भी लक्षण आपको महसूस हो तो अपने डॉक्टर से मिलें और रक्त की जांच करवाएं। पी.सी.ओ.एस. अधिक वजन वाली कई महिलाएं पोलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम या पी.सी.ओ.एस.से पीड़ित होती हैं। उनमें डायबिटीज से पीड़ित लोगों की तरह ही इन्सुलिन प्रतिरोध होता है। ऐसा होने से इन महिलाओं में पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टीरोन को गर्भाशय में महिला हार्मोन ओएस्ट्रोजन में परिवर्तित होने में मुश्किल आती है। शरीर में टेस्टोस्टीरोन की अधिक मात्रा पीड़ित का वजन बढ़ा देती है और इसके साथ ही उसमें इन्सुलिन प्रतिरोध पैदा होता है क्योंकि शरीर उन कैलोरीज का इस्तेमाल नहीं कर सकता जिनका सेवन किया गया हो। समाधान : ऐसे मरीजों का उपचार मैटफोरमिन (वह दवा जो टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों को दी जाती है) से किया जाता है। यह इन्सुलिन प्रतिरोध को कम करता है जो हार्मोन संतुलन को सुधारता है। इसके साथ ही ऐसे लोगों को एक स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने तथा लगातार कसरत करने हेतु प्रोत्साहित किया जाता है। टी.सी.ओ.एस. के अन्य लक्षणों में शरीर पर अत्यधिक बाल उगना, अनियमित माहवारी, बांझपन, बालों का झडऩा तथा मुहांसे पैदा होना शामिल हैं। रात के समय खाना अध्ययनों से यह पता चला है कि जो लोग दूसरों की तरह ही कैलोरीज का सेवन करते हैं परन्तु ऐसा वे सोने से 2 या 3 घंटे पहले करते हैं, उनका वजन उन लोगों के मुकाबले अधिक बढ़ता है जो काफी पहले खाना खा लेते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शरीर इस बात के प्रति जागरूक होता है कि आप सक्रिय नहीं हैं। इस तरह यह कैलोरीज को फैट में परिवर्तित करके स्टोर कर लेता है। शरीर द्वारा स्टोर की गई इस फैट को ऊर्जा में बदलने हेतु अधिक समय लगता है। समाधान : अपना मुख्य भोजन दोपहर के समय ही खा लें और उसके बाद शाम के समय हल्का भोजन करें। यह भोजन सोने से कम से कम तीन घंटे पहले कर लिया जाना चाहिए। जैसे-जैसे सूर्यास्त होता है वैसे-वैसे भोजन को पचाने की शरीर की क्षमता कम हो जाती है। कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन कम करना हम सभी जानते हैं कि स्वस्थ रहने के लिए हमें संतुलित भोजन की जरूरत होती है परन्तु हम में से अधिकतर का मानना है कि कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन कम करने से वजन को अत्यधिक घटाया जा सकता है। फिर भी जब आप अपनी डाइट में से कुछ कम करती हैं तो आपका शरीर इसकी तलब करने लगता है। कार्बोहाइड्रेट्स शरीर के लिए महत्वपूर्ण बिल्डिंग ब्लॉक्स हैं जो ऊर्जा पैदा करते हैं। समाधान : स्वास्थ्यवर्धक कार्बोहाइड्रेट्स जैसे होलमील ब्रैड, रोटी तथा भूरे चावलों का सेवन करें। जिन भोजनों में यह नहीं हों, उनके सेवन से बचें। | Read More » लाईफ स्टाइल – बालों की समस्याएं और समाधान |
रूखे बाल कैसे करें सामना - रूखे बालों को एक बढिय़ा तेल की मालिश की जरूरत होती है जिसे किसी बढिय़ा शैम्पू या हाइड्रेटिंग शैम्पू से धोने से 10-15 मिनट पहले किया जाना चाहिए। - प्रत्येक बार धोने के बाद अपने बालों को कंडीशन करें ताकि आपकी खोपड़ी की त्वचा तथा बालों को पर्याप्त नमी उपलब्ध हो सके। ऐसे मामलों में जहां सिर्फ बाल ही रूखे हैं, न कि खोपड़ी की त्वचा, तो बालों के सिरों पर ही कंडीशनर लगाएं और फिर धो दें। - बालों को अत्यधिक ब्लो ड्राई करने से बचें। यदि आप एक ब्लो ड्रायर इस्तेमाल करना चाहती हैं तो स्प्रे इन कंडीशनर का प्रयोग बालों को ड्राई करते समय करें ताकि इन्हें नुक्सान से बचाया जा सके। - जिनके बाल रूखे हैं उन्हें स्विमिंग पूल में या समुद्र में नहाने के एकदम बाद बालों को धोना चाहिए ताकि इनमें से अतिरिक्त लवण तथा क्लोरीन निकाला जा सके जो और रूखापन पैदा कर सकता है। खोपड़ी की त्वचा संबंधी समस्याएं कैसे करें सामना - खोपड़ी की त्वचा की सोरियासिस की बीमारी बहुत ही परेशान करने वाली समस्या हो सकती है। अपने डर्मैटोलॉजिस्ट से सलाह करने के बाद सही शैम्पू का इस्तेमाल करें। - शावर लेते वक्त सही तापमान का प्रयोग करना यकीनी बनाएं। - एक ठंडे पानी वाला शावर न सिर्फ शैम्पू तथा कंडीशनर को पूरी तरह धो देता है बल्कि यह खोपड़ी की त्वचा को आराम भी पहुंचाता है। - इस बात को ध्यान में रखें कि आपके हेयर स्टाइल उपकरण तथा कंघियां नियमित तौर पर साफ की जाती रहें ताकि सोरियासिस की स्थिति के और बदतर होने से बचा जा सके। बालों का पतला होना कैसे करें सामना - पतले बाल बहुत तेजी से गंदे हो जाते हैं जिस कारण अच्छे टैक्स्चर वाले लोगों को लगातार शैम्पू करने की आवश्यकता रहती है। इसके साथ ही आपको अपनी हेयर केयर किट में एक वॉल्यूम बिल्डिंग कंडीशनर भी रखना होगा। - पतले बालों पर कभी भी हेयर कर्लिंग उत्पादों का इस्तेमाल न करें क्योंकि उनमें बहुत ही तेज रसायन होते हैं जो आपके बालों को नुक्सान पहुंचा सकते हैं। - अपने हेयर स्टाइल के साथ नया प्रयोग करें। लगातार किया जाने वाला हेयर स्टाइल आपके बालों के झडऩे की समस्या पैदा कर सकता है और नए बालों के उगने में भी बाधा पैदा कर सकता है। जिन लोगों के बाल लम्बे तथा पतले हैं उन्हें एक ऊंची पोनीटेल से बचना चाहिए क्योंकि इससे बाल और पतले हो सकते हैं और टूट सकते हैं। चमक रहित बाल कैसे करें सामना - प्रतिदिन तेल की छोटी मात्रा अपने बालों में लगाएं। - चमक बढ़ाने वाला तथा माइश्चराइज करने वाला शैम्पू तथा मसाज चुनें। इसे करने के बाद गुनगुने पानी से धो दें ताकि बालों में चमक आ जाए। उसके बाद ठंडे पानी से बालों को धोएं। - बालों की चमक बढ़ाने की एक बढिय़ा ट्रिक है कि जब आप बालों को ब्लो ड्राई कर रही हों तो ड्रायर की नोकाल नीचे की ओर हो। इससे आपके बालों को एक रेशमी चमक मिलेगी। - बालों की चमक को बढ़ाने के लिए सीरम या स्प्रे जैसे उत्पादों का इस्तेमाल करें। इस बात का ध्यान रखें कि ऐसे उत्पादों का उपयोग अधिक न किया जाए, नहीं तो आपके बाल अधिक चिपचिपे या गीले दिख सकते हैं। बालों में सघनता की कमी कैसे करें सामना -अपने बालों तथा खोपड़ी की त्वचा की मसाज करने के लिए गर्म तेल का इस्तेमाल करें। इससे रक्त प्रवाह बढिय़ा होता है और आपके बाल अधिक सेहतमंद होते हैं और इनमें सघनता आती है। - ऐसे उत्पादों का प्रयोग करें जिनमें विटामिन्स, अमीनो एसिड्स तथा कैराटीन शामिल हों। इसके साथ ही यदि हो सके तो अक्सर अपने बालों को धोने से बचें क्योंकि इससे आपके बालों की सघनता कम होती है और विपरीत प्रभाव पड़ता है। - सुबह उठते वक्त सबसे पहले अपने बालों में अपनी उंगलियां फिराएं और इन्हें जड़ों से ऊपर की ओर उठाते हुए जिस आकार में चाहें इन्हें बांधें। चूंकि सो कर उठने के बाद बाल अभी भी गर्म होंगे इसलिए इन्हें आसानी से किसी भी स्टाइल में बांधा जा सकता है। - बालों में सघनता लाने के लिए इन्हें अच्छी तरह स्टाइल करें। एक लीव इन कंडीशनर का प्रयोग बालों के रूखे भाग तथा जड़ों पर करें। अब सघनता को बढ़ाने के लिए बालों को ऊपर से नीचे की ओर फ्लिप करें और उसके बाद इन्हें ब्लो ड्राई करें। यदि आपके बाल पतले हैं तो इन्हें ड्राई करते वक्त संभव हद तक कम ताप का इस्तेमाल करें। ढीले-ढाले बाल कैसे करें सामना - बालों की ऐसी टूटन को रोकने के लिए डीप कंडीशनिंग मास्क का प्रयोग करें। - इस्तेमाल करते वक्त अपने गर्म हेयर स्टाइल उपकरणों को थोड़ा ठंडा रखें। ढीले-ढाले बालों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए प्रत्येक 6 हफ्ते के बाद अपने बालों को कटवाएं। उलझे हुए बाल कैसे करें सामना - एक अच्छी कंडीशलिंग रूटीन से बढ़ कर उलझे हुए बालों का अन्य कोई उपचार नहीं है। - शावर के बाद जब आप बालों को ड्राई कर रही हों तो थोड़ा विनम्र बनें, तौलिए को अपने बालों या सिर पर रगड़े नहीं। इसकी बजाय इसे अपने बालों के सिरों के आसपास लपेटें और बालों में से अतिरिक्त पानी निकाल दें। - यदि आपके बाल रूखे हो तो हेयर स्टाइलिंग उत्पादों का उपयोग न करें। इनका उपयोग तभी करें जब बाल अभी गीले हों ताकि इन्हें उलझने से बचाया जा सके और एक चमकदार निखार पाया जा सके। - यात्रा करते वक्त अपने पास एक इलास्टिक बैंड अवश्य रखें ताकि बालों को एक पोनीटेल में बांधा जा सके और हवा के दुष्प्रभावों से इन्हें बचाया जा सके। - उलझे बालों से निपटने के लिए एक डी-टैंगलिंग हेयर स्प्रे के साथ चौड़े दांतों वाली कंघी का इस्तेमाल करें और अपने बालों के सिरों से शुरू करते हुए ऊपर की ओर कंघी फेरें। इन्हें विभिन्न दिशाओं से सुलझाने का प्रयास न करें क्योंकि इससे बाल अधिक उलझेंगे ही। प्राकृतिक तौर पर बालों की रंगत का उडऩा कैसे करें सामना - इस समस्या का एक अच्छी तेल मालिश से बढ़ कर कोई उपचार नहीं है। ऐसे तेलों का चयन करें जिनमें आंवला, शिकाकाई या कास्टर ऑयल जैसी पोषण देने वाली सामग्रियां मौजूद हों। | Read More » रिटर्न दाखिल नहीं करने वालों पर ध्यान दें अधिकारी : चिदम्बरम | नई दिल्ली : वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम ने आज आयकर अधिकारियों से कहा है कि वे कर आधार बढ़ाने तथा चालू वित्त वर्ष के 6.68 लाख करोड़ रुपए के प्रत्यक्ष कर संग्रह लक्ष्य को हासिल करने के लिए उन लोगों पर नजर रखें जो रिटर्न दाखिल नहीं कर रहे। चिदम्बरम ने यहां केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सी.बी.डी.टी.) के आला अफसरों को संबोधित करते हुए यह बात कही। वित्त मंत्री ने जोर दिया कि जहां तक कर संग्रहण का सवाल है आधुनिक प्रौद्योगिकी के और बेहतर परिणाम आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम सूचना व प्रौद्योगिकी आधारित कर संग्रहण प्रणाली के पक्ष में हैं जो कि हस्तक्षेप व छल-कपट रहित हैं। | Read More » नक्सली आतंकवाद को कुचल दें : उद्धव | मुंबई : शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सोमवार को कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में नक्सलियों द्वारा जारी आतंकवाद को कुचलने की आवश्यकता है। शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में उद्धव ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के काफिले पर हमले की निंदा करते हुए कहा है कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के साथ वही सलूक किया जाना चाहिए, जो आतंकवादी अजमल आमिर कसाब तथा अफजल गुरु के साथ किया गया। उद्धव ने कहा, ''नक्सलियों के संदर्भ में भी वही कानून लागू किया जाना चाहिए, जो इंडियन मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा, अलकायदा या अन्य राष्ट्र विरोधी ताकतों के लिए लागू है। केंद्र एवं राज्य सरकारों को नक्सलियों से निपटने के लिए हरसंभव कड़े कदम उठाने चाहिए।'' उद्धव ने कहा कि नक्सली हमले पर राजनीति करने के बजाय सभी पक्षों को एकजुट होकर नक्सलवाद के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, जिसके कारण महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ में सैंकड़ों मासूम लोगों की जानें जा चुकी हैं। उद्धव ने कहा कि हाल ही में नक्सलियों ने चंद्रपुर में ग्राम पंचायत चुनाव नहीं होने दिया। वहां नक्सलियों ने अन्य लोगों को चेतावनी देने के लिए एक सरपंच का सरेआम सिर कलम कर दिया। उद्धव ने कहा, ''जब पाकिस्तानी सेना ने हमारे सैनिकों का सिर कलम किया था, तो पूरा देश आक्रोशित था, लेकिन जब ऐसा ही कृत्य नक्सलियों ने किया, तब हमने इसे नजरअंदाज कर दिया। हमें इस मानसिकता को बदलने की आवश्यकता है।'' | Read More » बलात्कार की झूठी शिकायत करने वाली महिला को दस वर्ष की सजा | टीकमगढ : मध्यप्रदेश के टीकमगढ जिले की एक अदालत ने थाने में सामूहिक बलात्कार की झूठी शिकायत करने के आरोप में दोषी पाये जाने पर आरोपी महिला को दस वर्ष की सजा सुनाई है। अपर सत्र न्यायाधीश उपेन्द्र सिंह ने जिले के जतारा थाना क्षेत्र निवासी आरोपी महिला सावित्री को इस मामले में दोषी पाये जाने पर कल दिए एक फैसले में यह सजा सुनाई। अभियोजन के अनुसार आरोपी सावित्री ने 28 मार्च 1998 को जिले के जतारा थाने में अपने साथ हुए सामूहिक बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने इस मामले में आरोपी छिंगा, मुश्ताक अली, सुरेश लोहार और बबलू अहिरवार को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जिसके बाद 22 अप्रैल 1999 को तत्कालीन न्यायाधीश एस.सी.सिन्हा ने परिस्थिति जन साक्ष्य के आधार पर आरोपी बबलू को सजा सुनाई थी और साक्ष्य के अभाव में तीन आरोपी छिंगा, मुश्ताक और सुरेश को मामले से बरी कर दिया था। इसके बाद अपील की सुनवाई के दौरान न्यायालय ने महिला सावित्री द्वारा सामूहिक बलात्कार की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने और गवाही के दौरान अपने कथनों से मुकर जाने के कारण विशेष न्यायाधीश के निर्देश पर मुख्य न्यायायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में वर्ष 1999 में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था। इस मामले की सुनवाई पूरी करने के बाद न्यायालय ने फैसले में आरोपी सावित्री को दोषी पाते हुए दस वर्ष के कारावास की सजा सुनाई। | Read More » राष्ट्रीय सलाहकार परिषद से बाहर होंगी अरुणा राय | नई दिल्ली : सामाजिक कार्यकर्ता अरुणा राय ने संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी) में एक और कार्यकाल नहीं लेने का फैसला किया है। उनका कार्यकाल शुक्रवार को समाप्त हो गया है। अरुणा ने एनएसी अध्यक्ष सोनिया को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि उन्हें एनएसी में एक और कार्यकाल देने पर विचार नहीं किया जाना चाहिए। सोनिया ने उनके आग्रह को मान लिया है। अरुणा राय ने सोनिया को लिखे पत्र में कहा कि मैं आपकी आभारी हूं कि आपने मेरा आग्रह स्वीकार किया और यह आश्वासन भी दिया कि एनएसी के बाहर सामाजिक क्षेत्र में जो भी अभियान चलाये जाएंगे, आप उनका समर्थन जारी रखेंगी। अरुणा राय का एनएसी का कार्यकाल 31 मई को समाप्त हो जाएगा। उन्होंने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) के तहत कामगारों को मिलने वाले न्यूनतम वेतन को लेकर एनएसी की सिफारिशों को नहीं मानने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय की आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि प्रधानमंत्री ने मनरेगा कामगारों को न्यूनतम वेतन के भुगतान को लेकर एनएसी की सिफारिशों को नामंजूर कर दिया और कर्नाटक उच्च न्यायालय के उस फैसले के खिलाफ अपील में जाने का फैसला किया, जिसमें मनरेगा कामगारों को न्यूनतम वेतन देने के लिए कहा गया था। अरुणा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले पर स्थगनादेश देने से इनकार किए जाने के बाद सरकार का न्यूनतम वेतन भुगतान करने से इनकार और भी दुख की बात है। यह बात समझ से परे है कि भारत जैसा देश न्यूनतम वेतन भुगतान से कैसे इनकार कर सकता है और उस पर भी वह समावेशी विकास का दावा करता है। एनएसी की भूमिका के बारे में अरुणा राय ने कहा कि महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के कार्यान्वयन को लेकर बनाए गए एनएसी कार्यदल ने मनरेगा के कार्यान्वयन से संबंधित कई मुद्दों पर विचार किया। कार्यदल की सिफारिशें मंत्रालय को भेजी गईं, जिसने कार्यक्रम सलाहकार दल का गठन किया ताकि कार्यदल की सिफारिशों और ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से जारी नए दिशानिर्देशों के कार्यान्वयन की निगरानी की जा सके। उन्होंने कहा कि ग्रामीण गरीबों के जीवन को बदलने में मंत्रालय के योगदान के बावजूद इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम (मनरेगा) का कार्यान्वयन चुनौती बना हुआ है। खाद्य सुरक्षा विधेयक पर अरुणा ने कहा कि देश में भूख और कुपोषण की स्थिति को देखते हुए खाद्य सुरक्षा विधेयक पर संसद में चर्चा के बाद इसे पारित किया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि एनएसी और सार्वजनिक स्तर पर विधेयक के प्रावधानों को लेकर विस्तृत और स्वस्थ चर्चा हुई। इससे स्पष्ट हो गया कि यदि संसद इस विधेयक पर चर्चा करती तो पूरी संभावना थी कि इस विधेयक को काफी अधिक समर्थन मिलता। | Read More » मुंबई में दुकानों के बाहर नहीं दिखेंगे बिकीनी वाले पुतले | मुंबई : मुंबई में लॉन्जरी दुकानों के बाहर अब बिकीनी में सजीं मैनिक्विन्स (पुतले) नजर नहीं आएंगी। यौन अपराधों से जुड़े मामलों पर अंकुश लगाने के इरादे से बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने शहर की दुकानों पर ‘अश्लील’ पुतले के डिस्प्ले को बैन करने के एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। गौरतलब है कि मुंबई रेप के मामले में देश में दूसरे नंबर पर है। 227 सदस्यों वाली बीएमसी की जनरल बॉडी ने इस बारे में एक महिला पार्षद के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पास किया है। इस प्रस्ताव को बीएमसी कमिश्नर की मंजूरी मिलने के बाद बीएमसी दुकानों से ऐसे पुतलों को हटा सकेगी। जनरल बॉडी ने बीएमसी कमिश्नर से मांग की है कि सार्वजनिक जगहों पर अश्लील डिस्प्ले को लेकर वह एक नई नीति बनाएं। यह प्रस्ताव लाने वाली घाटकोपर की बीजेपी पार्षद रीता तावड़े का कहना है कि दुकानों में ऐसे पुतलों मर्दों की मानसिकता प्रभावित होती है और गलत हरकतों को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने कहा कि इस विषय पर भी सोचा जाना चाहिए कि ऐसी मैनिक्वन्स की वजह से महिलाएं असहज महसूस करती हैं। | Read More » नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ें और मुख्य धारा में शामिल हों : दिग्विजय | भोपाल : कांग्रेस महासचिव एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि वह ह्म्दय से नक्सलियों से अपील करते हैं कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ें और भारतीय प्रजातंत्र की मुख्य धारा में शामिल हों। छत्तीसगढ में गत 25 मई को कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हुए नक्सली हमले के संदर्भ में लिखे एक लेख में कांग्रेस महासचिव ने कहा है कि भारत के नक्सलियों को नेपाल के माओवादियों से यह सीख लेनी चाहिए कि उन्होने चुनाव में हिस्सा लेने का निश्चय किया और वे वहां सत्ता में आए। इस बारे में उन्हें उम्मीद है कि अब नक्सली इस पर गंभीरतापूर्वक विचार शुरू करेंगे। उन्होने कहा कि 25 मई को कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हुए नक्सली हमले को लेकर कुछ सवाल पैदा होते हैं और जब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) अपनी जांच शुरू करेगी, तो उसे इन प्रश्नों का उत्तर ढूंढना ही होगा। सिंह ने जो सवाल उठाए हैं, उनमें उन्होने कहा कि छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने स्वीकार किया है कि हमले को लेकर सुरक्षा में चूक हुई है, लेकिन यह नहीं बताया कि इसके लिये कौन जिम्मेदार है। इसके लिए किसी की जिम्मदारी तय कर क्या वह उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे अथवा न्यायिक आयोग की जांच रिपोर्ट आने तक इंतजार करेंगे और इसकी आड़ में खुद को बचाएंगे। | Read More » अब नहीं चलेगा बेसिक का फंडा, पूरी सैलरी पर कटेगा पीएफ ? | नई दिल्ली : आने वाले महीनों से आप कुछ ज्यादा बचत कर सकेंगे। एंप्लॉयीज प्रॉविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन(ईपीएफओ) जल्दी ही नया नोटिफिकेशन जारी करने वाला है। इसके तहत पीएफ महज बेसिक सैलरी और डीए का 12% नहीं कटेगा बल्कि अब यह पूरी सैलरी के आधार पर काटा जाएगा। इससे ऑर्गनाइजेशन या कंपनी का पीएफ में अंशदान बढ़ जाएगा। इंडस्ट्री जगत की तरफ से ईपीएफओ की इस नई पहल के खिलाफ गोलबंदी जारी है। फिलहाल ज्यादातर प्राइवेट कंपनियां डीए यानी महंगाई भत्ता नहीं देती हैं। कई कंपनियां बिना बेसिक सैलरी बढ़ाए अन्य मदों में सैलरी बढ़ाती जाती हैं। इस वजह से हजारों एंप्लॉयी का पीएफ अंशदान लंबे वक्त तक एक जैसा ही रहता है। इस तरह से एंप्लॉयीज की टैक्स से जुड़ी जिम्मेदारी बढ़ती जाती है, लेकिन पीएफ में अंशदान नहीं बढ़ता है। जाहिर सी बात है कंपनियों की इस नीति से एंप्लॉयीज नौकरी के दौरान ज्यादा बचत नहीं कर पाते हैं। ईपीएफओ ने पिछले साल ही नया नोटिफिकेशन जारी किया था लेकिन बाद में कंपनी मालिकों के विरोध की वजह से वापस ले लिया गया। इंडस्ट्री वाले इस बात पर अड़े थे कि मुआवजे के रूप में सभी तरह के भत्तों को नए सिरे से पारिभाषित करने की जरूरत है। इस मामले में एक नजरिया यह भी था कि अगर पूरी तनख्वाह पर पीएफ कटेगा तो कर्मचारियों को महीने के अंत में मिलने वाली सैलरी भी घट जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि ईपीएफओ अपनी नई पहल को आगे बढ़ाएगा। श्रम मंत्रालय की ओर से इस प्रस्ताव की स्टडी करने वाली समिति ने भी इसका अनुमोदन कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि लेबर मिनिस्ट्री भी ईपीएफओ की नई पहल को आगे बढ़ाने के लिए राजी है। | Read More » | |