पेठे की मिठाई बहुत स्वादिष्ट बनती है. आगरे का पेठा तो पूरे देश में
मशहूर है. क्योंकि मुख्य रूप से पेठा आगरा में ही बनाया जाता है. अच्छे पके
पेठे से ही पेठे पेठे की मिठाई बनाई जाती है. पके हुए फ़ल का छिलका सख्त
होता है और इसका रंग हल्का हो जाता है.
पेठे की मिठाई में घी या तेल की ज़रूरत नहीं होती. इसका आकार कद्दू के बराबर बडा़ लौकी के कलर का होता है. पेठा को कई प्रकार से बनाया जाता है जैसे सूखा पेठा, रस में डूबा अंगूरी पेठा और नारियल डला हुआ नारियल पेठा. लेकिन सबसे ज़्यादातर सूखा पेठा ही खाने में पसंद किया जाता है. वैसे इन सबके अलावा भी पेठे को कई शेपस और रंग के साथ एसेंस डाल कर बनाया जाता है.
आप भी अपने घर पर पेठे की साधारण मिठाई बना कर देखें. ये सभी को बहुत पसंद आएगी.
अब पेठे के टुकडों को किचन फोर्क से गोद लें.
एक बर्तन में पानी डाल कर उसमें 2 मटर के दाने के बराबर फिटकरी डाल लें. ध्यान रहे कि पानी इतना हो जिसमें पेठे के सारे टुकडे़ आसानी से डूब जाएं. पेठे के टुकडों को पानी में डाल कर 2 घंटों के लिए रख दें.
2 घंटे बाद पेठे के टुकडों को पानी से निकाल कर एक बार अच्छे से साफ़ पानी से धो लें.
अब इतना पानी लें जिसमें पेठे के टुकडे़ डूब जाएं. इसे उबलने के लिए रख दें. जब पानी में उबाल आ जाए तो इसमें पेठे के टुकडों को डाल कर इन्हें ढक कर 4-5 मिनट के लिए उबाल लें. जैसे ही इन टुकडों का रंग हल्का बदल जाए तो गैस बंद करके इन्हें छलनी से छान लें और फ़ालतू पानी को अलग कर दें. ध्यान रहे कि हमें पेठे के टुकडों को ज़्यादा नरम नहीं करना है.
बारी है इनमें चीनी मिलाने की. एक बडा़ बर्तन लें जिसमें इन टुकडों में चीनी डाल कर मिलाई जा सके. अब इस बर्तन में सारे पेठे के टुकडे़ डाल लें. इनमें चीनी डालें और मिला कर आधे घंटे के लिए ऎसे ही ढक कर रख दें. चानी मिलाने के बाद पेठे के टुकडे़ पानी छोड़ देते हैं और चीनी से मिलकर वो पानी चाशनी बन जाता है. इस तरह हमें अलग से चाशनी बनाने या इसके लिए पानी डालने की ज़रूरत नहीं पड़ती.
पेठे वाले बर्तन को गैस पर रख कर इसे धीमी आंच पर पकाएं. जैसे ही चीनी अच्छे से पिघल जाए तो गैस को मध्यम करके इसे पका लें.
सूखा पेठा बनाने के लिए इसे तब तक पकाएं जब तक इसकी चाशनी जमने लायक कंसिसटेन्सी तक ना आ जाए. इसे बीच-बीच में चलाते हुए पकाएं ताकि चाशनी या पेठा जले नहीं. जब ये एकदम जमने लायक हो जाए तो गैस को बंद कर दें. पेठे को चाशनी सहित ऎसे ही 6-7 घंटे या पूरी रात के लिए रहने दें. इतने समय में चाशनी पेठे के टुकडों के अंदर तक चली जाएगी.
चाशनी के बर्तन से निकाल कर पेठे को किसी जाली पर रख लें. अगर आपको एकदम सूखा पेठा पसंद है तो इसे जाली पर ही खुली हवा में या पंखे के नीचे 3-4 घंटे या ज़्यादा समय तक सुखा लें. अगर आपको केवडा़ एसेंस पसंद है तो आप इसे भी पेठे पर छिड़क सकते हैं.
स्वादिष्ट पेठे की मिठाई तैयार है. इसे सबको खिलाएं और खुद भी खाएं. बचे हुए पेठे को कंटेनर में भर कर 1 महीने तक आराम से खाते रहें.
पेठे की मिठाई में घी या तेल की ज़रूरत नहीं होती. इसका आकार कद्दू के बराबर बडा़ लौकी के कलर का होता है. पेठा को कई प्रकार से बनाया जाता है जैसे सूखा पेठा, रस में डूबा अंगूरी पेठा और नारियल डला हुआ नारियल पेठा. लेकिन सबसे ज़्यादातर सूखा पेठा ही खाने में पसंद किया जाता है. वैसे इन सबके अलावा भी पेठे को कई शेपस और रंग के साथ एसेंस डाल कर बनाया जाता है.
आप भी अपने घर पर पेठे की साधारण मिठाई बना कर देखें. ये सभी को बहुत पसंद आएगी.
ज़रूरी सामग्री:
- पेठा फल - 1 कि.ग्राम
- चीनी - 700 ग्राम (3 1/2 कप)
- केवड़ा एसेन्स - 4-5 बूंदे (यदि आप चाहें)
बनाने की विधि:
पेठे के फ़ल को छील लें. इसमें से सारे बीज और स्पंजी गूदे को निकाल कर हटा दें. सख्त गूदे को 1 से 2 इंच के चौकर या आयताकार टुकडों में काट लें.अब पेठे के टुकडों को किचन फोर्क से गोद लें.
एक बर्तन में पानी डाल कर उसमें 2 मटर के दाने के बराबर फिटकरी डाल लें. ध्यान रहे कि पानी इतना हो जिसमें पेठे के सारे टुकडे़ आसानी से डूब जाएं. पेठे के टुकडों को पानी में डाल कर 2 घंटों के लिए रख दें.
2 घंटे बाद पेठे के टुकडों को पानी से निकाल कर एक बार अच्छे से साफ़ पानी से धो लें.
अब इतना पानी लें जिसमें पेठे के टुकडे़ डूब जाएं. इसे उबलने के लिए रख दें. जब पानी में उबाल आ जाए तो इसमें पेठे के टुकडों को डाल कर इन्हें ढक कर 4-5 मिनट के लिए उबाल लें. जैसे ही इन टुकडों का रंग हल्का बदल जाए तो गैस बंद करके इन्हें छलनी से छान लें और फ़ालतू पानी को अलग कर दें. ध्यान रहे कि हमें पेठे के टुकडों को ज़्यादा नरम नहीं करना है.
बारी है इनमें चीनी मिलाने की. एक बडा़ बर्तन लें जिसमें इन टुकडों में चीनी डाल कर मिलाई जा सके. अब इस बर्तन में सारे पेठे के टुकडे़ डाल लें. इनमें चीनी डालें और मिला कर आधे घंटे के लिए ऎसे ही ढक कर रख दें. चानी मिलाने के बाद पेठे के टुकडे़ पानी छोड़ देते हैं और चीनी से मिलकर वो पानी चाशनी बन जाता है. इस तरह हमें अलग से चाशनी बनाने या इसके लिए पानी डालने की ज़रूरत नहीं पड़ती.
पेठे वाले बर्तन को गैस पर रख कर इसे धीमी आंच पर पकाएं. जैसे ही चीनी अच्छे से पिघल जाए तो गैस को मध्यम करके इसे पका लें.
सूखा पेठा बनाने के लिए इसे तब तक पकाएं जब तक इसकी चाशनी जमने लायक कंसिसटेन्सी तक ना आ जाए. इसे बीच-बीच में चलाते हुए पकाएं ताकि चाशनी या पेठा जले नहीं. जब ये एकदम जमने लायक हो जाए तो गैस को बंद कर दें. पेठे को चाशनी सहित ऎसे ही 6-7 घंटे या पूरी रात के लिए रहने दें. इतने समय में चाशनी पेठे के टुकडों के अंदर तक चली जाएगी.
चाशनी के बर्तन से निकाल कर पेठे को किसी जाली पर रख लें. अगर आपको एकदम सूखा पेठा पसंद है तो इसे जाली पर ही खुली हवा में या पंखे के नीचे 3-4 घंटे या ज़्यादा समय तक सुखा लें. अगर आपको केवडा़ एसेंस पसंद है तो आप इसे भी पेठे पर छिड़क सकते हैं.
स्वादिष्ट पेठे की मिठाई तैयार है. इसे सबको खिलाएं और खुद भी खाएं. बचे हुए पेठे को कंटेनर में भर कर 1 महीने तक आराम से खाते रहें.