मंगलवार, 13 जनवरी 2015

सर्दियों में खाएं सब्जियां, भगाएं बीमारियां |मेकअप टिप्स


सर्दियों में खाएं सब्जियां, भगाएं बीमारियां |मेकअप टिप्स

अभिभावकों को सताने लगी है फीस की टेंशन

नई दिल्ली: दिल्ली में चल रही नर्सरी एडमिशन की उलझन सुलझती हुई नजर नहीं आ रही है और तो और अभी तक रजिस्ट्रेशन प्रोसेस में लगे अभिभावकों के सामने अब फीस की टेंशन भी परेशानी का सबब बन गई है. बता दें कि जनवरी से सभी स्कूल नर्सरी एडमिशन को लेकर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर देंगे, जिसके बाद एडमिशन की आगे बढ़ती प्रक्रिया में अभिभावकों की नजर प्राइवेट स्कूलों की फीस पर टिकने लगी है.
उल्लेखनीय है कि शनिवार को शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी ईडब्ल्यूसी की गाइडलाइन से अभिभावकों के चहरे पर तो खुशी आ गई है. मगर जनरल कैटिगरी में आनेवाले अभिभावक स्कूलों की मनमानी से डरे हुए नजर आ रहे हैं. सेशन 2015-16 में होनेवाली नर्सरी एडमिशन की प्रक्रिया काफी तेजी से आगे बढ़ रही है. भले ही इस प्रक्रिया में आए दिन नई चीजें अभिभावकों को देखने को मिल रही हो, मगर हाल में नर्सरी एडमिशन की प्रक्रिया ठीक नर्सरी स्कूल एसोसिएशन द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार ही चल रही है. जिसको देखते हुए सभी स्कूल धीरे-धीरे रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया फॉलो करते नजर आ रहे है. वहीं, जिन स्कूलों ने अभी ये प्रक्रिया शुरू नहीं की है वो स्कूल भी जनवरी से अपना प्रोसेस शुरू करने वाले हैं.
बता दें कि अगर सब इसी रफ्तार से चलता रहा तो जल्द ही फीस की तलवार भी अभिभावकों के सर लटकती हुई नजर आएगी. दरअसल हाईकोर्ट द्वारा प्राइवेट स्कूलों को अपनी गाइडलाइन बनाने की छूट के बाद एनपीएससी ने अपनी गाइडलाइन जारी कर अपनी मनमानी का सबूत दे डाला है. वहीं रजिस्ट्रेशन प्रोसेस और एडमिशन के बाद की सारी प्रक्रिया स्कूल अपने अनुसार ही करनेवाले हैं. इसमें फीस क्राइटेरिया भी शामिल हैं जिसको लेकर अभिभावक अभी से परेशान नजर आने लगे हैं.

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सर्दियों में खाएं सब्जियां, भगाएं बीमारियां

सर्दियों में सेहत का आम दिनों से ज्यादा ध्यान रखना पड़ता है वर्ना सर्दी-जुकाम और अन्य बीमारियां भी जल्द ही अपने कब्जे में ले लेती हैं. लेकिन ऐसे मौसम में सब्जियां खाने से बीमारियां पास नहीं आतीं. आइए जानते है सर्दियों में होनेवाली बिमारियों से बचने के लिए क्या-क्या करना चाहिए.
1)  पालक में खनिज तत्व पोटेशियम, कैल्शियम, फास्फोरस, लोहा एवं विटामिन 'ए' अधिक मात्रा में मौजूद होते हैं. पालक रक्तशोधक है. साथ ही पथरी के रोग में काफी मददगार है. यह आंखों के लिए भी लाभप्रद है.
2)  विभिन्न प्रकार की हरी सब्जियों में एंटीऑक्सीडैंट होते हैं जो प्रतिरक्षा तंत्र को सुदृढ़ करते हैं और कैंसर जैसे भयंकर रोगों से छुटकारा दिलाने में अपनी खास भूमिका अदा करते हैं.
3)  करेला खाने से पेट के कृमि नष्ट हो जाते हैं और यह पीलिया और मधुमेह रोगों के लिए किसी रामबाण औषधि से कम नहीं इसलिए मधुमेह के रोगियों को करेला अधिक मात्रा में खाना चाहिए.
4)  मोटापे से परेशान रोगियों को सदैव अपना बढ़ा वजन नियंत्रित करने हेतु समस्त हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए. सब्जियों का सूप बनाकर पिएं तो अधिक उत्तम होगा.
5)  गाजर को अच्छी तरह पानी में धोकर इसे मूली, चुकंदर, टमाटर, खीरा और ककड़ी के साथ सलाद के रूप में खाने से व्यक्ति का शरीर मजबूत होता है. यही नहीं, इसके सेवन से पाचनक्रिया भी दुरुस्त रहती है. यह विटामिन 'ए' का पर्याप्त भंडार है, जो रक्त बढ़ाने में भी अव्वल है.
6)  मूली सांस रोग, नेत्र रोग, कंठ रोग में काफी कारगर है तथा नए रोगों के आक्रमण से शरीर को सुरक्षा प्रदान करती है.
7)  बैंगन वीर्यवर्धक है तथा इसका बीज शरीर को उद्दीपन देता है जिससे शरीर स्वस्थ बना रहता है.
स्कर्वी, बेरी-बेरी, रिकेट्स एवं गुर्दे संबंधी रोगों से निजात दिलाने में तथा शरीर से विषैले तत्व दूर करने में टमाटर का सानी कोई अन्य बिल्कुल भी नहीं हो सकता इसलिए टमाटर का नित्य प्रति सेवन करना अति लाभकारी होता है.

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युवकों को भी है अधिकार सजने सवरने का

वैसे तो मेकअप लड़कियों का फील्ड माना जाता है, लेकिन अब लड़के भी इसमें उतनी ही रुचि लेने लगे हैं. उन्हें भी खुद को अच्छे तरह से रिप्रेजेंट करना अच्छा लगता है. कहीं-कहीं तो उन्हें मेकअप के मामले में लड़कियों से बढ़ कर खर्च करते पाया गया है. युवकों हेतु भी मेकअप टिप्स हैं जिन्हें आजमा कर वे अपनी चॉकलेटी लुक को बरकरार रख सकते हैं. आइए बताएं आपको कुछ ऐसे ही टिप्:
1)  यदि आपकी स्किन अच्छी है तो आप अपने चेहरे पर हल्का फाऊंडेशन लगा सकते हैं. अच्छी स्किन वाले लड़के टिंट भी लगा सकते हैं जिससे चेहरे पर नया ग्लो आता है. याद रहे कि इसके बाद चेहरे पर पाऊडर जरूर लगाएं.
2)  बालों में स्प्रे करें ताकि डांस करते हुए आपके बाल सेट रहें.
मेकअप टिप्स
1)  लड़कों के लिए भी मेकअप जरूरी तो होता है लेकिन कई बार लाऊड मेकअप पार्टिकल्स से त्वचा के रोम छिद्र ब्लॉक हो जाते हैं. इससे पिंपल्स या ब्लैक हैड्स की समस्या हो जाती है. मेकअप कैमिकल से एलर्जी भी हो सकती है.
2)  मेकअप करने के पहले ट्रायल मेकअप जरूर करके देखें. यह मेकअप कान के आगे या पीछे की त्वचा पर करें तथा 2-3 घंटे रहने दें. यदि इससे कोई एलर्जी या अन्य समस्या नहीं होती तो फाइनल मेकअप करें.
3)  मेकअप रिमूव करने वाले क्लींजर में एसिटोन व एसिडिक तत्व होते हैं जिससे त्वचा खराब हो सकती है. ऐसे में मेकअप रिमूवर क्लींजर की क्वांटिटी कम रखें.
4)  मेकअप हटाने के बाद मॉयश्चराइजिंग फेस वॉश से चेहरे को धोएं तथा अंत में मॉयश्चराइजिंग क्रीम लगाएं.
5)  किसी भी पार्टी में जानें से पहले मेकअप लगाया जाता है, ऐसे में चेहरे पर कभी रेडनेस, रिएक्शन या पिंपल आदि नजर आएं तो डॉक्टर की सलाह से एंटी पिंपल एवं एंटी एर्लिजक दवाएं लें.

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वृष राशि के लिए कैसा रहेगा नया साल

आने वाला नया साल आपके लिए और आपके परिवार के लिए कैसा होगा यह जानने की उत्सुकता प्रत्येक व्यक्ति को होती है।चन्द्र राशि के आधार पर आपको यह बताने की कोशिश कर रहा है कि आने वाला साल आपके लिए कैसा होगा। आमतौर पर राशि की गणना सूर्य और चन्द्र राशि के आधार पर होती है लेकिन भारतीय पराशर ज्योतिष में चन्द्र राशि को ही मान्यता है और जातक का नाम भी चन्द्र राशि के आधार पर ही तय होता है। यदि आपका नाम इ, उ, ए, ओ, व वि, वे, वो से शुरू होता है तो आपकी चन्द्र राशि वृष है। वृष राशि के लिए आने वाला साल कुछ ऐसा रहेगा।
जनवरी
मासारम्भ में राशिफलस्वामी शुक्र भाग्य के स्थान में हाेने से धन लाभ व उन्नति के अवसर मिलेंगे। कुछ बिगड़े काम भी बनेंगे। मंगल के कारण खर्च भी अधिक रहेंगे। ता. 23 से व्यवसाय में दाैड़ धूप बढ़ेगी। इन दिनाें वाहन चलाते समय विषेश सावधानी बरतें।
फरवरी
मास के पूर्वार्द्ध तक दशम स्थान पर मंगल-शुक्र का याेग हाेने से कठिनाईयाें के बाद ही निर्वाह याेग्य आय के साधन बनेंगे। निकटस्थ बन्धुआें के साथ वृथा मन-मुटाव रहे। उत्तरार्द्ध भाग में कार्याें में विघ्न/बाधाएं एवं तनाव हाे। श्रीदुर्गा पाठ करना शुभ हाेगा।
मार्च
मासारम्भ में राशिस्वामी शुक्र एकादश भाव में भौम युक्त होकर उच्चक्षेत्री है। धन लाभ एवं गत किए गए प्रयासों में सफलता मिलेगी। भूमि वाहनादि सुखों की प्राप्ति होगी। किसी प्रिय बन्धु से मुलाकात होगी। 12 मार्च से शुक्र द्वादशस्थ होने से आय कम व खर्च अधिक होंगे। पारिवारिक उलझनें बढ़ेंगी।
अप्रैल
राशिस्वामी शुक्र वृष राशि में 6 अप्रैल से संचार करेगा। जिससे मास के पूर्वार्द्ध में शुभाशुभा दोनों प्रकार के फल प्राप्त होंगे। उत्तरार्द्ध में व्यर्थ की भागदौड़ और फिजुल खर्ची अधिक होगी। गत किए प्रयासों में सफलता मिलेगी। गृह में कोई शुभ काम भी संपन्न होगा। शनि की दृष्टि होने के कारण अकस्मिक खर्च होंगे तथा मानसिक तनाव बना रहेगा।
मई
रूके हुए कामों में सफलता मिलेगी, धन लाभ एवं उन्नति के मार्ग खुलेंगे। इस राशि पर शुक्र के साथ मंगल का संचार होने से दुर्घटना से चोटादि लगने की आशंका है, सावधानी बरतें। द्वितिय भाग में अपव्यय बढ़ेगा। दौड़ धूप अधिक रहेगी। तनाव एवं उलझनें खर्च भी बढ़ेंगे। हर शुक्रवार को श्री सूक्त का पाठ करना शुभ होगा।
जून
मासारम्भ में इस राशि पर सूर्य, मंगल और बुध का संचार है। शुक्र तृतीय भाव में गुरू के साथ है। आय कम और खर्च अधिक रहेगा। पुरूषार्थ और परिश्रम करने पर गुजारे लायक धन प्राप्त होता रहेगा। व्यवसायिक क्षेत्रों में अनेक उतार-चढ़ाव और कार्यशैली में परिवर्तन से लाभ के अवसर बढ़ेंगे। प्रिय बंधु से मुलाकात और धार्मिक कामों पर खर्च होगा। स्वास्थ्य के संबंध में विशेष सावधानी बरतें।
जुलाई
मासारम्भ 9 जुलाई से राशिस्वामी शुक्र पर शनि की दृष्टि होगी। कार्य व्यवसाय में दौड़धूप अधिक रहेगी। धार्मिक कामों पर भी खर्च होगा। धन लाभ कम खर्च अधिक होंगे। वाहनादि साधनों पर भी विशेष खर्च होंगे श्रीदुर्गासप्तशती व श्री सुक्त का पाठ करना शुभ होगा।
अगस्त
मासारम्भ में राशिस्वामी शुक्र वक्री होकर चतुर्थ भाव में है। विशेष परिश्रम एवं भागदौड़ के बाद निर्वाह योग्य आय के साधन बनेंगे। व्यवसाय के क्षेत्र में धन लाभ कम तथा खर्च विशेष अधिक रहेंगे। शनि की दृष्टि के कारण घरेलु तनाव एवं उलझनें अधिक होंगी। स्वास्थ्य भी ठीक न रहेगा। श्री दुर्गासप्तशती का पाठ करना शुभ होगा।
सितंबर
र्निवाह योग्य धन लाभ संघर्ष के पश्चात ही प्राप्त होगा। शुभ कामों पर धन का व्यय अधिक होगा। कुछ बिगड़े कामों में सफलता मिलेगी। मानसिक तनाव एवं गुप्त परेशानियों का सामना होगा। अंत में धन का अपव्यय अधिक रहेगा। श्री शिव उपासना करना शुभ होगा।
अक्तूबर
इस राशि पर शनि की मित्र दृष्टि रहेगी। किसी नए काम की योजना बनेगी। व्यवसाय में उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे परंतु घरेलु उलझनों के कारण रूकावटें आएंगी। विलासादि कामों में खर्च अधिक होगा। कार्तिक महात्मय का पाठ करना शुभ होगा।
नवम्बर
मासारम्भ में इस राशि पर शनि की सप्तम दृष्टि के कारण आय कम व खर्च अधिक होगा। उत्तेजना से बनते कामों में विध्न उत्पन्न होंगे। भाई बन्धुओ से मन मुटाव होगा। आर्थिक तंगी से परेशानी होगी। व्यवसाय में संघर्ष के पश्चात भी धन की प्राप्ति अल्प होगी।
दिसम्बर
मासारम्भ में इस राशि पर सूर्य व शनि की दृष्टियां पड़ रही हैं। व्यवसाय में संघर्ष एवं कठिन हालात के बावजूद निर्वाह योग्य आय के साधन बनते रहेंगे। उत्तरार्द्ध भाग में कुछ बिगड़े कामों में सुधार एवं धन लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। श्री सुक्त का पाठ करना शुभ होगा।
अगले सप्ताह मिथुन राशी का भविष्य

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सप्ताह की खास मुलाकात

मेरी कला मेरी साधना है- कंचन महंते (पेंटिंग कलाकार )
समाजसेवा करते हुए इन्हें लगा कि समाज के लोगों कि अगर पूरी तरह से मदद करनी है तो पैसे भी खुद ही कमाने पड़ेंगे और लोगों की मदद करने के उद्देश्य से कंचन महंते ने निब पेंटिंग में महारत हासिल की. यह ऐसी पहली आर्टिस्ट हैं जिन्होंने निब पेंटिंग को सबके सामने रखा. हथेली पर रंगों को लेकर कैनवास को रंगना खूब जानती हैं कंचन जी. इनकी कला के बारे में इनसे बात की हमारी संवाददाता रजिया निसार ने.
आपकी रूची पेंटिंग की तरफ कैसे हुई?
मैंने अपनी कला के लिए कहीं से कोई शिक्षा नहीं ली है. मैंने जो भी सीखा है वह स्वयं ही सीखा है. यह भगवान का दिया हुआ एक उपहार है. इस कला में आने से पहले मैं एक समाज सेविका थी लेकिन समाजसेवा करते हुए मुझे एहसास हुआ कि समाजसेवा करने के लिए भी मुझे खुद ही इस काम के लिए पैसे इकट्ठे करने होंगे क्योंकि दूसरों के भरोसे मैं इनकी उतनी मदद नहीं कर सकती जितनी करनी चाहिए, इसलिए मैं इस कला के प्रति आकर्षित हुई.

अपनी कला के बारे में थोड़ा बताईए?
अपनी कला के लिए मैं सिर्फ इतना कहना चाहूंगी कि मैंने "निब पेंटिंग" में महारत हासिल की है और इस कला को अस्तित्व में लानेवाली मैं पहली इंसान हूं. यह मेरा ओरिजिनल कॉन्सेप्ट है और मैं इसे अपने नाम से रजिस्टर भी करवाना चाहती हूं. मुझे लगा पेंटिंग तो बहुत से लोग बनाते हैं इसलिए मुझे कुछ यूनिक क्रिएट करना चाहिए, इसलिए मैंने निब पेंटिंग बनाने की शुरुआत की. निब पेंटिंग किसी एम्ब्रायडरी के काम जैसा लगता है. किसी अन्य तरह की पेंटिंग बनाने में कलाकारों को 4 से 5 दिन लगते हैं लेकिन निब पेंटिंग बनाते हुए मुझे डेढ़ से 2 महीने का वक्त लग जाता है. मेरी कला मेरे लिए साधना है.
आपकी पेंटिंग में किन लोगों की छाप नज़र आती है?
मैं गौतम बुद्ध से प्रेरित हूं और मेरी पेंटिंग में उनकी ही छाप नजर आती है. हालाँकि अब मैं लोगों के लिए उनके कहने पर भगवान गणेश की भी निब पेंटिंग बनाने लगी हूं.
ईजल आर्ट गैलरी में आपने जो प्रदर्शनी लगाई जाएगी उसमें लोगों को क्या अलग देखने के लिए मिलेगा?
ईजल आर्ट गैलरी में लोगों को दो तरह की पेंटिंग देखने के लिए मिलेगी जो बहुत ही यूनिक है  और मुझे उम्मीद है लोगों को बहुत पसंद आएगी. मेरी पहली पेंटिंग तो निब पेंटिंग ही होगी और दूसरी क्रैकल पेंटिंग होगी. क्रैकल पेंटिंग में मेरी सोच यह कि जिस तरह से जमीन के बंजर हो जाने पर उसमें क्रैक पड़ जाते हैं तो ऐसी परिस्थिति में उस जमीन में भी गौतम बुद्ध जान डाल सकते हैं. मैं आपको एक और बात बताना चाहती हूं कि इस प्रदर्शनी से जो भी पैसे इकट्ठे होंगे वह शहीद जवानों के बच्चों की शिक्षा के लिए मैं डोनेट करुँगी.
आप निब, फ्लोरल, लैंडस्केप और भी कई तरह से पेंटिंग बनाती हैं, किस तरह की पेंटिंग करते हुए आपको सबसे ज्यादा मजा आता है?
मुझे सबसे ज्यादा मजा निब वर्क में आता है. मुझे इसमें किक मिलती है. शैडो पेंटिंग बनाते समय भी मुझे मजा आता है लेकिन मैंने इसे आसानी से बना लेती हूं लेकिन निब पेंटिंग बनाना आसान नहीं है और यह बहुत ही मुश्किन का, साधना का काम है और मुझे मुश्किल काम करने में ही मजा आता है. मैं निब वर्क में मेरी कॉम बनना चाहती हूं.
आपको लगता है पेंटिंग जैसी कला के प्रति लोगों का उतना समर्थन मिलता है जितना अन्य कला को मिलता है?
लोगों का अच्छा समर्थन मिलता है. मैं आपको एक बात बता दूँ जब मैं पेंटिंग बनाती हूं तो पूरी तरह से इसमें ही खो जाती हूं और अपनी पूरी सकारात्मक उर्जा अपनी पेंटिंग में डाल देती हूं ताकि यह जिसके भी घर में जाए उनके घर में भी सब अच्छा रहे. वह जब भी इस पेंटिंग को देखें उन्हें अच्छा महसूस हो और मुझे ऐसे लोगों के फ़ोन भी आते हैं जो मेरी पेंटिंग को अपने घर में लगाते हैं और उन्हें सकारात्मक महसूस होता है.
आपकी आगे की क्या योजना है?  
मेरा बस एक ही सपना है कि मैं अपने इस कला, निब वर्क को पूरे भारत के साथ पूरी दुनिया में भी फैलाना चाहती हूं. लोग इस कला को जाने और इसे सराहें. इस कला को समाज में उतनी प्रसिद्धी मिले जितनी इसे मिलनी चाहिए. मैं अपने काम से समाज का भला करना चाहती हूं. मासूम और जरुरत मंदों के आंसू पोछना चाहती हूं.
पेंटिंग प्रदर्शनी:
तारीख़: 30 जनवरी से 1 फेब्रवरी 2015 तक
समय: सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक

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मछुआरे नहीं चाहते समुद्र में स्मारक बने

मुंबई : मुंबई के मूल निवासी समझे जाने वाले कोली समाज को समुद्र में बनाए जाने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज के स्मारक के लिए चुनी गई जगह पर आपत्ति है। मुंबई के मछुआरों की संस्था ‘अखिल महाराष्ट्र मच्छीमार कृती समिति’ का आरोप है कि स्मारक बनाए जाने के लिए समुद्र में भराव करने से मछुआरे कोलियों की रोजी-रोटी पर प्रतिकूल असर पड़ेगा और इससे चैत्यभूमि के किनारे के लिए भी खतरा बढ़ जाएगा। बता दें कि सरकार ने 19 फरवरी को छत्रपति शिवाजी महाराज स्मारक का भूमि पूजन करने की घोषणा कर रखी है।
मछुआरों का पक्ष 
मछुआरों के नेता दामोदर तांडेल ने इस बारे में मछुआरों का पक्ष रखते हुए कहा कि उनका विरोध स्मारक बनाने के लेकर नहीं है, बल्कि इस जगह पर स्मारक बनने से होने वाले गंभीर परिणामों को लेकर है। उन्होंने कहा कि नरीमन पॉइंट से राजभवन के बीच छत्रपति शिवाजी महाराज के स्मारक के लिए जो जगह सरकार ने चुनी है वह सुरक्षा कारणों से भी उपयुक्त नहीं है।
विरोध के तर्क 
1- समुद्र में स्मारक बनाने से मछलियों की उपलब्धता प्रभावित होगी और मछुआरों को मछलियां पकड़ने समुद्र में बहुत दूर तक अंदर जाना पड़ेगा। जिससे लागत और खतरा दोनों बढ़ जाएंगे।
2- स्मारक के लिए नरीमन पॉइंट और राजभवन के बीच समुद्र में भराव किया जाएगा तो समुद्री लहरों की मार दादर चौपाटी और चैत्यभूमि पर पड़ेगी और इससे चैत्यभूमि को खतरा हो सकता है।
3- सरकार ने स्मारक के लिए जो जगह चुनी है वह सुरक्षा की दृष्टि से भी उपयुक्त नहीं है। तांडेल का तर्क है कि इस जगह से मंत्रालय और राजभवन आतंकवादी हमले के लिए आसान टारगेट बन जाएंगे।
4- दक्षिण मुंबई में पहले से ही ट्रैफिक की समस्या विकराल है। अगर सरकार दक्षिण मुंबई में ही छत्रपति शिवाजी का अंतराष्ट्रीय स्मारक बनाती है तो इस तरफ ट्रैफिक बढ़ने से समस्या और बढ़ जाएगी।
बैंड स्टैंड बेहतर विकल्प 
‘अखिल महाराष्ट्र मच्छीमार कृती समिति’ का कहना है कि छत्रपति शिवाजी महाराज स्मारक के लिए बांद्रा वेस्ट में कार्टर रोड का बैंड स्टैंड बेहतर विकल्प हो सकता है। समुद्र का यह तट पथरीला है और यहां स्मारक बनाने से उतना नुकसान नहीं होगा।

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कांग्रेस में जान फूंकने के लिये किसानों का सहारा

मुंबई: (चंदन पवार)  लोकसभा और विधानसभा चुनावों में पराजय के बाद राजनीतिक अवसाद में जी रही कांग्रेस पार्टी में किसानों के बहाने जान फूंकने की कोशिश की जा रही है। महाराष्ट्र कांग्रेस के रणनीतिकारों को लग रहा है कि नए साल में पार्टी को वापस खड़ा करना है, तो उसे फिर से ग्रामीण मतदाताओं का विश्वास हासिल करना होगा। इसी सोच के साथ पार्टी ने सूखा प्रभावित किसानों की समस्या को मुद्दा बनाकर बीजेपी-शिवसेना सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता 5 जनवरी से राज्य के सूखा प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं। इस दौरे के लिए कांग्रेस ने दो समितियां बनाई हैं। इन समितियों में शामिल नेता ग्राम पंचायत से लेकर पंचायत समिति स्तर तक किसानों से मिलकर उनकी समस्याओं पर बातचीत करेंगे। महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे ने कहा कि दीर्घकालीन उपायों की तैयारी वाली योजनाएं, प्रति हेक्टेयर दिया जाने वाला वित्तीय पैकेज और ऋण माफी किसानों को फसलों के अगले मौसम में बुवाई के लिए तैयार करने के लिहाज से लघुकालीन उपाय हैं।
आने वाले समय में औरंगाबाद, नवी मुंबई, ठाणे और पालघर में स्थानीय निकायों के चुनाव होने हैं। ठाकरे ने कहा कि इन चुनावों के लिए चुनावी रणनीति का फैसला लेने और यह तय करने का अधिकार पार्टी की स्थानीय इकाइयों को दिया गया है कि वे पार्टी को अकेले चुनाव लड़ाना चाहते हैं या एक समान सोच वाली पार्टियों के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ना चाहते हैं।
चुनावों में हार के बाद हताश बैठे पार्टी कार्यकर्ताओं को फिर से सक्रिय करने की दिशा में भी काम चल रहा है। इसके लिए पार्टी फिर से ‘गांधी शरणम्’ का फॉर्म्यूला अपनाने जा रही है। इसके लिए पार्टी महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका से भारत आगमन का शताब्दी समारोह मनाने की योजना बना रही है। उल्लेखनीय है कि महात्मा गांधी 9 जनवरी 1915 को दक्षिण अफ्रीका से मुंबई पहुंचे थे।

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ईज़ल आर्ट गैलरी में विवाह के लिए विशेष प्रदर्शनी

मुंबई(पिट्स प्रतिनिधि): ईज़ल आर्ट गैलरी अपने खूबियों और अलग पहचान से लोगों के दिल में अपनी खास जगह बनाने में लगातार कामयाब हो रहा है. इस गैलरी ने अब तक कई बेहतरीन और कामयाब प्रदर्शनियों का आयोजन किया है. इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए ईज़ल आर्ट गैलरी में कई प्रदर्शनियों का आयोजन संपन्न हो रहा है और फ़िलहाल भी चल रहे हैं.
'खूबी क्रिएशन' द्वारा विवाह के लिए विशेष प्रदर्शनी

अपने नाम की ही तरह इस प्रदर्शनी में कई खूबियां है क्योंकि यह प्रदर्शनी खासकर विवाह को ध्यान में रखकर लगी गई है. शादी के बंधन में बंधना किसी के लिए भी सबसे ज्यादा खास मौका होता है और लोग इसे हमेशा के लिए अपने यादों में सहेजकर रखना चाहते हैं और ऐसे में आपके कपड़े सबके लिए आकर्षक का केंद्र बने रहते हैं. तो देर किस बात की है आपके लिए सबसे अच्छी जगह 'खूबी क्रिएशन' प्रदर्शनी मे आईये, इसमें आपके मन को लुभा लेनेवाले कपड़े मौजूद हैं.
तारीख़: 30 दिसंबर से 13 जनवरी तक
समय: सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक 
वेदा द्वारा कात्यायनी प्रदर्शनी:

ईज़ल आर्ट गैलरी में "वेदा" द्वारा कात्यायनी की प्रदर्शनी चल रही हैं जो महिलाओं के लिए खास आकर्षण का केंद्र साबित हो रही है. इस में पैठनी, उप्पदास, कांजीवरम, बनारसी इक्क्तास, चंदेरी, महेश्वरी, बांधनी, अगरखा और भी इसी तरह के प्रसिद्ध साड़ियों की प्रदर्शनी है. एंड ऑफ दी सीजन पर यहां साड़ियों की विक्री भी हो रही है तो इस प्रदर्शनी से शौपिंग करने का आनंद उठाईए.
तारीख़: 15  जनवरी से 26 जनवरी तक 
समय: सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक 

संपर्क करें-
द ईज़ल गैलरी
फोन नं.: 9930779772
ईमेल आईडी- info@theeasel.in
पता: जानकी कुटीर, पृथ्वी थियेटर के पास, जुहू चर्च रोड, मुंबई-400049

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महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट क्रिकेट को किया अलविदा

मेलबोर्न: भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरा टेस्ट ड्रा समाप्त होने के तुरंत बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की चौंकानेवाली घोषणा कर दी. गौरतलब है कि धोनी ने मेलबोर्न टेस्ट ड्रा होने के बाद प्रेजेंटेशन में किसी तरह का कोई संकेत नहीं दिया था कि वह इस तरह की घोषणा करने जा रहे हैं लेकिन मैच समाप्ति के कुछ देर बाद ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) ने जैसे ही ट्वीट किया कि धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से तत्काल प्रभाव से संन्यास ले लिया है तो भारत से लेकर आस्ट्रेलिया तक यह खबर एक आग की तरह फैल गई.
विराट संभालेंगे टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी: देश के सबसे सफल टेस्ट कप्तान धोनी ने आखिर विदेशी जमीन पर अपनी कप्तानी में मिल रही नाकामयाबी की जैसे जिम्मेदारी लेते हुए टेस्ट क्रिकेट को एक झटके में अलविदा कह दिया. धोनी की जगह अब स्टार बल्लेबाज विराट कोहली सिडनी में 6 जनवरी से होनेवाले चौथे और आखिरी टेस्ट में भारत की कप्तानी संभालेंगे.
बता दें कि बीसीसीआई ने एक बयान जारी कर बताया कि धोनी ने खेल के तीनों प्रारूप के शरीर पर बढ़ते दबाव के कारण टेस्ट क्रि केट छोड़ने का फैसला किया है ताकि वह खेल के दो छोटे फार्मेट वनडे और ट्वेंटी 20 पर अपना ध्यान केंद्रित कर सकें. धोनी अपने संन्यास के कारण अब सिडनी में चौथे टेस्ट से भी बाहर हो गए हैं और उनकी जगह रिद्धिमान साहा को उतारा जाएगा.
धोनी ने आस्ट्रेलिया दौरे में चोट के कारण एडिलेड में पहले टेस्ट में कप्तानी नहीं की थी लेकिन वह बिस्बेन में दूसरे टेस्ट में कप्तानी करने लौटे जो भारत हारकर सीरीज में 0-2 से पिछड़ गया. तीसरा टेस्ट ड्रा रहने के बाद भारत ने आस्ट्रेलिया से बार्डर गावस्कर ट्राफी गंवा दी. भारत ने यह ट्राफी आस्ट्रेलिया से पिछली घरेलू सीरीज में 4-0 की क्लीन स्वीप के साथ कब्जाई थी.
धोनी अब वनडे और ट्वेंटी 20 पर होगा फोकस: उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई के सचिव संजय पटेल ने बयान में कहा कि धोनी भारत के महानतम कप्तान है और उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को तत्काल प्रभाव से छोड़ने का फैसला किया है. वह अब वनडे और ट्वेंटी 20 पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे. धोनी की जगह अब विराट चौथे टेस्ट में भारत की कप्तानी संभालेंगे जो छह जनवरी से सिडनी में शुरू होगा.
शानदार टेस्ट करियर: धोनी ने भारत के लिए 90 टेस्ट खेले जिसमें उन्होंने 38.09 के औसत से कुल 4876 रन बनाए. धोनी ने छह शतक और 33 अर्धशतक बनाए जबकि विकेट के पीछे उन्होंने टेस्ट मैचों में 256 कैच और 38 स्टपिंग सहित कुल 294 शिकार किए. धोनी ने अपना टेस्ट करियर दो दिसंबर 2005 को चेन्नई में श्रीलंका के खिलाफ शुरू किया था और लंबे प्रारूप से उन्होंने 30 दिसंबर 2014 को संन्यास ले लिया.
सचिन तेंदुलकर के बाद सबसे अधिक लोकप्रिय खिलाड़ी हैं धोनी: देश में सचिन तेंदुलकर के बाद सबसे अधिक लोकप्रिय खिलाड़ी और खेल के सबसे बड़े ब्रांड धोनी भारत के सफलतम टेस्ट और वनडे कप्तान हैं. धोनी ने सवार्धिक 60 मैचों में भारत की कप्तानी की जिसमें उन्होंने 27 जीते,18 हारे और 15 ड्रा खेले. धोनी के बाद कप्तानी के मामले में सौरभ गांगुली दूसरे नंबर पर है जिन्होंने 49 मैचों में 21 जीते.
टेस्ट कप्तानी पर उठने लगी थी उंग्लियां: विदेशी जमीन पर टेस्ट मैचों में कप्तानी को लेकर पिछले कुछ वर्षों में लगातार आलोचना का शिकार होते रहे जिसके कारण उन्हें टेस्ट कप्तानी से लेकर हटाने की बातें उठनी लगी थी और अब उन्होंने टेस्ट कप्तानी से ही नहीं बल्कि टेस्ट क्रिकेट से भी संन्यास ले लिया है. आस्ट्रेलिया में सीरीज में 0-2 से पिछड़ चुके भारत को अब धोनी के संन्यास के झटके से उबरने में समय लगेगा. धोनी ने मेलबोर्न में तीसरे टेस्ट में विषम परिस्थितियों में पूरे जज्बे के साथ खेलते हुए नाबाद 24 रन बनाकर मैच ड्रा करा दिया. धोनी ने इस मैच के दौरान इस बात की कतई भनक नहीं लगने दी कि उनके दिमाग मे क्या चल रहा है. आखिर टेस्ट ड्रा होने के कुछ देर बाद ही इस दिग्गज बल्लेबाज ने संन्यास की घोषणा कर साल 2014 का सबसे बड़ा धमाका कर दिया.

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प्रधानमंत्री ने की स्मार्ट सिटी बनाने की मुहीम तेज

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट शहरों के लिए मानकों तथा अन्य संबंधित मुद्दों पर विचार विमर्श करने के लिए शीघ्र केंद्र और राज्यों के शहरी विकास विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाने को कहा है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने स्मार्ट शहरों के संबंध में विस्तृत विचार विमर्श की कड़ी में एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने शहरी विकास मंत्रालय को जल्दी से जल्दी सभी केंद्रीय और शहरी विकास निकायों की कार्यशाला आयोजित करने का निर्देश दिया है.
प्रधानमंत्री का कहना है कि स्मार्ट शहर संबंधी पहल का एक उद्देश्य शहरी प्रशासन को बेहतर बनाना है ताकि देश की पूरी शासन प्रक्रिया को मजबूत किया जा सके. इस संबंध में मोदी ने कहा कि कार्यशाला में शहरी विकास से संबंधित कानूनों में सुधार पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए. उन्होंने अधिकारियों को स्मार्ट शहरों के लिए मानक चिह्नित करने को कहा. उन्होंने यह भी कहा कि 21वीं सदी के शहरों के लिए जरूरी ढांचागत सुविधाएं, रहन सहन की बेहतर सुविधाएं तथा जन आधारित सेवाओं की बुनियादी बातों की पहचान की जानी चाहिए. उनके अनुसार शहरों को आर्थिक गतिविधियों के केंद्र के रूप में चिह्नित किया जाना चाहिए. उनका कहना था कि स्मार्ट शहरों के विकास में कूड़ा प्रबंधन तथा दूषित जल शोधन पर ध्यान देना जरूरी है.
बता दें कि मोदी ने कहा कि इन शहरों के लिए योजनाएं बनाते समय शहरी आबादी के अलावा शहरों पर आधारित आबादी को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए. उल्लेखनीय है कि बैठक में प्रधानमंत्री कार्यालय, शहरी विकास मंत्रालय तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकारी मौजूद थे. केंद्र सरकार का लक्ष्य देशभर में 100 स्मार्ट शहर विकसित करने का है, इसके लिए चालू वित्त वर्ष के बजट में 7060 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है.

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2014 रहा कई बॉलीवुड कलाकारों के लिए कमबैक ईयर

मुंबई(पिट्स फिल्म प्रतिनिधि): बॉलीवुड में इस साल अपने समय में मशहूर रहे कई फिल्मी हस्तियों ने वापसी यानी कमबैक किया. ऐसे सितारों में रेखा, माधुरी दीक्षित, रानी मुखर्जी और गोविंदा जैसे सितारों के नाम शामिल हैं.
गौरतलब है कि पिछले साल 'कृष 3' में अतिथि भूमिका निभानेवाली रेखा इस साल उनके किरदार के ही इर्द गिर्द बुनी गई 'सुपर नानी' में नजर आईं. रानी मुखर्जी के लिए भी यह साल खास रहा क्योंकि लंबे समय से उनके साथी रहे निर्देशक आदित्य चोपड़ा से उन्होंने शादी की और 'मर्दानी' फिल्म से कमबैक करके अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. मानव तस्करी के विषय पर आधारित इस फिल्म में पुलिस अफसर के रानी के किरदार को लोगों ने खूब सराहा.
बता दें कि गोविंदा ने एक तरफ जहां अक्षय कुमार की 'हॉलीडे: ए सोल्जर इज नेवर ऑफ ड्यूटी' में अतिथि भूमिका निभाई वहीं दूसरी तरफ उनकी दो फिल्में 'हैप्पी एंडिंग' और 'किल दिल' प्रदर्शित हुईं. 'हैप्पी एंडिंग' में वे अपने चिरपरिचित मसखरे अंदाज में नजर आए और 'किल दिल' में उन्होंने नकारात्मक भूमिका अदा की. तो ऐसा कहा जा सकता है कि यह साल कई कलाकारों के अच्छा रहा.

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